
आम बजट 2017-18 ने टैक्स, सरचार्ज, एक्साइज ड्यूटी में कुछ बदलाव किए हैं जिससे कई उत्पाद और सेवाओं की कीमतों पर असर पड़ा है. जानिए इन बदलावों से क्या सस्ता हो जाएगा और कहां घर करेगी मंहगाई.
1. घर में आरओ के जरिए स्वच्छ जल या मिनरल वॉटर महंगा हो जाएगा. केन्द्र सरकार ने वॉटर प्यूरिफायर में इस्तेमाल होने वाले इम्पोर्टेड आरओ मेंमब्रेन पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी में 2.5 फीसदी का इजाफा कर दिया है.
2. हर साल के बजट की तरह इस साल भी सरकार ने सिगरेट पीने वालों पर दोहरा वार किया है. बजट में सिगरेट के सभी उत्पाद पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में इजाफा कर दिया है. जहां दस सिगरेट वाला कोई पैक 125 रुपये में मिलता था अब 4 रुपये महंगा हो जाएगा. वहीं खुली सिगरेट खरीदने पर प्रति सिगरेट एक रुपये अतिरिक्त देना होगा (हालांकि खुली सिगरेट बेचने पर प्रतिबंध है).
3. पान मसाला, गुटखा और कुछ अन्य प्रकार के तंबाकू के उत्पादों पर 6 से 9 फीसदी का हेल्थ सेस लगा दिया गया है जिससे इन सभी उत्पादों की कीमतों में इजाफा हो जाएगा. इसके असर से 5 रुपये में मिलने वाला ब्रांडेड गुटखा अब 6 रुपये में बिकेगा वहीं किसी ब्रांडेड पान मसाने के डिब्बे पर 10 रुपये अतिरिक्त व्यय करना होगा.
4. ट्रेन पर सफर करना थोड़ा सस्ता हो जाएगा क्योंकि केन्द्र सरकार ने डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए आईआरसीटीसी पर बुक होने वाले ऑनलाइन टिकटों पर लगने वाला सर्विस चार्ज हटा लिया है. वहीं आई-टिकट, जहां टिकट की प्रिंट डेलिवर की जाती है, पर भी सरकार ने 92 रुपये से 138 रुपये तक की राहत दी है.
5. केन्द्र सरकार ने चांदी पर कस्टम ड्यूटी में 12.5 फीसदी का इजाफा कर दिया है. इसके असर से बाजार में जहां 10 ग्राम चांदी 509 रुपये में मिलती थी अब 574 रुपये की मिलेगी. चांदी पर बढ़ी इस ड्यूटी से चांदी के सिक्के, मेडल, चांदी के बर्तन या अन्य उत्पादों की कीमत में इजाफा हो जाएगा.
6. मोबाइल फोन की कीमतों में इजाफा होना तय है क्योंकि सरकार ने बजट में मोबाइल फोन में लगने वाले इंपोर्टेड पार्ट (पीसीबी) पर 2 फीसदी अतिरिक्त कस्टम ड्यूटी लगा दी है. इससे उन सभी मोबाइल फोन जिसमें विदेशी पार्ट लगे हैं महंगे हो जाएंगे.
7. सैलरी क्लास, छोटे कारोबारी और प्रोफेश्नल जो 50,000 रुपये प्रति माह से अधिक हाउस रेंट देते हैं उन्हें अब मकान मालिक को किराए देने से पहले किराए का 5 फीसदी टीडीएस काट कर देना होगा.