
21वें कॉमनवेल्थ खेलों में भारतीय शूटर्स का जलवा जारी है. गेम्स के 10वें दिन पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में संजीव राजपूत ने गोल्ड मेडल जीता. इस मुकाबले में उन्होंने पूरे फोकस के साथ निशानेबाजी की. फाइनल में उन्होंने रिकॉर्ड 454.5 अंकों के साथ गोल्ड मेडल पर निशाना साधा. कनाडा के गर्जेगॉर्ज को रजत और इंग्लैंड के डीन बेले को कांस्य पदक हासिल हुआ.
37 साल के राजपूत ने क्वालिफिकेशन राउंड में 1180 अंक हासिल किए थे और टॉप पर रहे थे. वहीं, भारत के अन्य शूटर चैन सिंह ने 419.1 का स्कोर करके पांचवें स्थान पर रहे थे. क्वालिफिकेशन में राजपूत ने नीलिंग में 391, प्रोन में 399 और स्टैंडिंग में 390 अंक हासिल किए. वहीं, चैन सिंह 389, 398 और 379 स्कोर करके दूसरे स्थान पर रहे थे.
संजीव राजपूत कॉमनवेल्थ खेलों में अपने पदक का रंग बदलते रहे हैं. राजपूत ने ग्लास्गो में 2014 कॉमनवेल्थ खेलों में सिल्वर मेडल जीता था. उन्होंने 2006 के मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल पर निशाना साधा था. हरियाणा के रहने वाले संजीव कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में शूटिंग के अलग-अलग इवेंट्स में अब तक 5 गोल्ड और दो सिल्वर पदक हासिल किए हैं. इसके अलावा एशियन गेम्स में उन्होंने एक सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल पर निशाना लगाया है. इसके अलावा संजीव आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में वो एक गोल्ड और दो सिल्वर मेडल जीत चुके हैं.
2020 टोक्यो ओलंपिक पर नजर
संजीव राजपूत नौसेना में अफसर हैं. उन्होंने 18 साल की उम्र में बतौर नाविक भारतीय सेना ज्वाइन किया था. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वो कई मेडल जीत चुके हैं. अब उनके हिस्से ओलंपिक में पदक आना बाकी है. 2020 टोक्यो ओलंपिक में उनसे पदक की उम्मीद होगी.