
भारतीय पुरुष मुक्केबाज नमन तंवर ने 21वें राष्ट्रमंडल खेलों के दूसरे दिन शुक्रवार को 91 किलोग्राम भारवर्ग के अंतिम आठ में जगह बना ली है. नमन ने ओक्सेनफोर्ड स्टूडियोज में खेले गए अंतिम-16 के मुकाबले में तंजानिया के हारून महांदो को मात दी. नमन ने हारून को एक तरफा मुकाबले में 5-0 से हरा अगले दौर में प्रवेश किया. अब उनका मुकाबला 10 अप्रैल को समोआ के फ्रैंक मासोए से होगा. नमन को तंजानिया के मुक्केबाज को हराने में ज्यादा मुश्किल नहीं हुई. उन्होंने संयम के साथ अपने विपक्षी की गलती का इंतजार किया और उस पर पलटवार करने का मौका नहीं गंवाया. उधर, भारत के एक और मुक्केबाज अमित ने भी अगले दौर का टिकट कटाया.
भारतीय मुक्केबाज ने बनाए रखा दबदबा
तंजानियाई मुक्केबाज हड़बड़ी में नमन को मौके पर मौके देते चले गए, जिसका फायदा नमन ने बखूबी उठाया. वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता नमन ने अपने गार्ड को नीचे रखा और अपने रिफलैक्स से हारून के मुक्कों का बचाव किया. नमन ने पहले राउंड से अपने विपक्षी पर दबाव बनाया और पहले ही राउंड में रेफरी को 30 सेकेंड का काउंट करना पड़ा. यहां से उन्होंने अपने दबदबे को बनाए रखा और अपने पंच तथा शानदार फुटवर्क से हारून को दबाव में रखा.मनोज का सामना तंजानिया के कासिम से
खेल के पहले भारत के स्टार बॉक्सर मनोज कुमार ने 69 किग्रा भार वर्ग में अपना पहला मुकाबला जीता. इसके साथ ही वो अंतिम 16 में स्थान पक्का कर लिया है. मनोज कुमार ने साल 2010 में दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था. संभवत: अपना आखिरी कॉमनवेल्थ खेल रहे मनोज इसे यादगार बनाने के लिए कसर नहीं छोड़ेंगे. राउंड ऑफ 16 के अहम मुकाबले में मनोज का सामाना तंजानिया के कासिम से होगा.
बॉक्सर अमित का शानदार प्रदर्शन
भारत एक और युवा मुक्केबाज अमित ने भी शानदार प्रदर्शन कर क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की की. अमित ने पुरुषों के 46-49 किलोग्राम भारवर्ग के अंतिम-16 दौर में घाना के तेतेह सुलेमान को मात देकर अगले दौर का टिकट कटाया. भारतीय मुक्केबाज पूरी तरह से तेतेह पर हावी रहा और इसी कारण सभी रेफरियों ने आम सहमति से अमित को 5-0 से विजेता घोषित किया. पहले राउंड में अमित ने रक्षात्मक खेल खेला और तेतेह के खेल पर ध्यान दिया. इसका फायदा उन्हें अगले दो राउंड में मिला. बाकी के दोनों राउंड में अमित ने अपने फुटवर्क का अच्छा इस्तेमाल किया और तेतेह के पंचों को अपने शरीर से दूर रखा.