
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने सोमवार को उन्नत पोलनेट 2.0 सेवा की शुरुआत की. इसके जरिए देश में पुलिस संचार सेवाएं मजबूत होंगी. साथ ही इस सेवा से सीमा पर जवान अपने परिवारों से उनके मोबाइल या टेलीफोन से भी संपर्क में रह पाएंगे.
इस उपग्रह आधारित नेटवर्क से देश भर में खासतौर पर आपदाओं की स्थिति में वीडियो, ऑडियो और डेटा कनेक्टिविटी मुहैया कराई जा सकेगी. इस प्लेटफॉर्म पर शक्तिशाली मल्टीमीडिया सुविधाएं मौजूद है. आपदा के हालात में जब संचार सेवाएं ठप हो जाती है, ऐसे वक्त में यह पोलनेट 2.0 काफी मददगार साबित होगा.
विज्ञान भवन में इसका लोकार्पण करते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि पोलनेट 2.0 देश के लिए बड़ी उपलब्धि है. इस काम के लिए डीसीपीडब्लयू प्रशंसा का पात्र है. किसी भी मौसम में यह प्रणाली काम करेगी.
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क्या है पोलनेट 2.0?
पोलनेट 2.0 एक ऐसी संचार सुविधा है जो भारत में पहली बार पुलिस और आपदा प्रबंधन संस्थानों के लिए प्रारंभ की जा रही है. इस दौरान पहली बार Directorate of Coordination Police Wireless (DCPW) द्वारा देश में पुलिस संचार को एक सामान प्रोटोकॉल और प्रक्रियाओं पर कार्य करने और क्षमताओं के बेहतर समन्वय के लिए एक मानक पुस्तिका का भी प्रकाशन किया गया.
इस नई सुविधा से देश के किसी भी कोने से दूसरे छोर पर एक समय में 3 और लोगों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सकते हैं. इसके साथ ही डेटा भी भेज सकते हैं. इंटरनेट, कॉल और वीडियो मल्टीमीडिया से लैस इस तकनीकी में भविष्य में पीएसटीएन कनेक्ट प्रस्तावित है, जिससे सीमा पर जवान अपने परिवारों से उनके मोबाइल या टेलीफोन से भी संपर्क में रह पाएंगे.