
गुजरात के ऊना में गौरक्षक दल की ओर से मरी हुई गाय की खाल उतार रहे चार दलित युवकों की पिटाई को लेकर सड़क से लेकर सियासत तक पारा चढ़ गया है.
अमरेली में मंगलवार को कई प्रदर्शनकारी सडकों पर उतरे. इस बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के चलते अमरेली एसपी समेत 5 लोग घायल हो गए. इनमें से एक पुलिसकर्मी ने इलाज के लिए ले जाते वक्त रास्ते में दम तोड़ दिया.
पांच युवकों ने की आत्महत्या की कोशिश
सुबह जूनागढ़ जिले के बांटवा में तीन दलित युवाओं ने सामूहिक खुदकुशी का प्रयास किया. सिविल अस्पताल में तीनों को भर्ती कराया गया. वहीं दो और दलित युवकों ने गोंडल के पास बिलियाड़ा में खुदकुशी की कोशिश की. समय रहते उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया.
कांग्रेस नेता ने की कार्रवाई की मांग
कांग्रेस नेता शंकर सिंह वाघेला ने इस पूरे मामले पर कहा कि बीजेपी के लोग जो गौहत्या के नाम पर वोट मांगते हैं, और दलितों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रहे हैं, उन पर धारा 302 के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए.
वहीं, मंगलवार को इस मामले में ऊना पुलिस ने 7 और लोगों को गिरफ्तार किया है. अब तक कुल 16 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. राज्य सरकार हालात पर काबू पाने को लेकर लगातार निर्देश जारी कर रही है.
अहमद पटेल ने की न्यायिक जांच की मांग
कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल ने मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि उनके पास घटना की निंदा करने के लिए शब्द नहीं हैं. यही नहीं, उन्होंने मामले की न्यायकि जांच की भी मांग की है.
अहमद पटेल ने कहा, 'इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए. जिन लोगों के साथ हिंसा की घटना हुई है, जो पीड़ित हैं, उन्हें न्याय मिलना चाहिए.' उन्होंने कहा कि गुजरात में जो हो रहा है कि वह परेशान करने वाला है और सरकार को इस ओर फौर कार्रवाई करनी चाहिए. कांग्रेस नेता ने आगे कहा, 'हां, मैं वहां था. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. मेरे पास इस घटना की निंदा करने के लिए शब्द नहीं हैं.'
सीएम ने दिए जांच के आदेश
गौरतलब है कि सोमवार को हिंसा के विरोध में सड़कों पर लोगों का गुस्सा फूटा. भारी विरोध प्रदर्शन के बाद सीएम आनंदीबेन पटेल ने घटना की सीआईडी जांच के आदेश दिए हैं. गोंडाल में पांच लोगों ने इस घटना के विरोध में जहर खाकर खुदकुशी करने की भी कोशिश की, वहीं प्रदर्शनकारियों ने पोरबंदर और राजकोट को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे-27 को ब्लॉक कर दिया.