
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 12 मई को वोटिंग है. अब सिर्फ तीन हफ्ते का ही वक्त बचा है. ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी प्रचार के लिए पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में है. बीजेपी को भरोसा है कि अगले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार में उतरते ही हवा पूरी तरह बीजेपी के पक्ष में हो जाएगी. वहीं, कांग्रेस का दांव पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की ‘जन आशीर्वाद यात्रे’ के साथ-साथ ‘कर्नाटक विकास मॉडल’ पर है.
कांग्रेस ने कर्नाटक में प्रचार के लिए व्यापक रूपरेखा तैयार की है. इसे 26 अप्रैल से अंजाम में लाया जाएगा. राहुल गांधी 26 अप्रैल से ही उत्तर कन्नडा से अपनी ‘जन आशीर्वाद यात्रे’ के सिलसिले को आगे बढ़ाएंगे. इस यात्रा के जरिए राहुल अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने की कोशिश करेंगे. वहीं उनकी मौजूदगी से पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में भी जोश बढ़ेगा.
दिलचस्प ये है कि इस बार कांग्रेस ने ‘जन आशीर्वाद यात्रे’ के पहले चरण की तुलना में बदलाव किया है. इस बार मुख्यमंत्री सिद्धारमैया यात्रा में राहुल के साथ नहीं रहेंगे. सिद्धारमैया अलग से प्रचार के लिए निकलेंगे.
कर्नाटक के लिए कांग्रेस के इंचार्ज के सी वेणुगोपाल का कहना है, हमारे दो अहम स्टार प्रचारक हैं- ‘राहुल गांधी और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया. हम प्रचार के इस दौर में पूरे राज्य को कवर करना चाहते हैं, लेकिन समय कम है. इसे देखते हुए फैसला किया गया कि राज्य के आधे हिस्से को राहुल गांधी और आधे हिस्से को सिद्धारमैया कवर करेंगे. ऐसा करने से हम ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने में सफल रहेंगे.’
वेणुगोपाल के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष 26 अप्रैल को उत्तर कन्नड़ा क्षेत्र में प्रचार करेंगे. वहां से 27 अप्रैल को राहुल कुर्ग और मंगलौर का रुख करेंगे. 28 अप्रैल को राहुल दिल्ली लौंटेंगे. इसके बाद राहुल 3 और 4 मई को गुलबर्गा और बंगलौर (ग्रामीण) क्षेत्र का दौरा करेंगे.
तीन दिन के अंतराल के बाद राहुल 8 मई को फिर प्रचार के लिए कर्नाटक पहुंचेंगे. इस चरण में राहुल तीन दिन तक कर्नाटक में रह कर कर मैसूर, बंगलौर और मुंबई-कर्नाटक क्षेत्रों में प्रचार करेंगे. 10 मई को प्रचार के आखिरी दिन राहुल की ‘जन आशीर्वाद यात्रे’ का समापन भव्य शक्ति प्रदर्शन के साथ करने की तैयारी है. 10 मई को राज्य से पार्टी के तमाम नेता राहुल गांधी के साथ दिखेंगे. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी इस मौके पर पार्टी अध्यक्ष के साथ मौजूद रहेंगे. वेणुगोपाल के मुताबिक बहुत संभावना है कि मुंबई-कर्नाटक क्षेत्र में ही पार्टी के प्रचार का समापन होगा.
‘जन आशीर्वाद यात्रे’ के पहले चरण में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया हर वक्त राहुल गांधी के साथ मौजूद रहे थे. इस चरण में राज्य से पार्टी के और नेता भी यात्रा में शामिल रहे. ऐसा करने से जहां पार्टी एकजुट दिखी वहीं नेताओं के आपसी मतभेदों को भी सतह पर आने का मौका नहीं मिला.
इसके अलावा नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच दूरी कम करने में भी मदद मिली. यात्रा में पड़ने वाली जगहों पर प्रसिद्ध मंदिरों और मठ में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का जाना भी पहले चरण का हाईलाइट रहा.