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वीवीआईपी चॉपर डील घोटाले का मामला बुधवार को संसद में भी उछला. राज्यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने आरोपी क्रिश्चियन मिशेल की लिखी चिट्ठी का हवाला देते हुए सरकार को घेरने की कोशिश की. मुद्दे पर राज्यसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया.
अगस्टा वेस्टलैंड डील को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जमकर पलटवार किया है. इस मामले पर हमलावर हुई बीजेपी पर पलटवार करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि मैं आरोपों से डरी नहीं हूं. इस मामले में केवल झूठ बोला जा रहा है. उन्हें झूठ बोलने दीजिए. सोनिया गांधी ने कहा कि अगर उन्हें सच्चाई सामने लानी होती तो दो साल में जांच पूरी कर ली गई होती.
इससे पहले, अगस्टा वेस्टलैंड मामले में एक नया खुलासा हुआ. सौदेबाजी में बिचौलिए की भूमिका निभाने वाले क्रिश्चियन मिशेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था. यह पत्र नवंबर 2015 में लिखा गया है.
वीवीआईपी हेलीकॉप्टर डील में हुए घोटाले को लेकर बीजेपी ने बुधवार को संसद में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य नेताओं को घेरने की योजना बनाई है. उत्तराखंड मामले में संसद की कार्यवाई बाधित कर रही कांग्रेस के लिए यह मुद्दा मुश्किल खड़ी कर सकता है. वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपना बचाव करते हुए कहा कि उनके खिलाफ मामला नहीं बनता. इस संबंध में पार्टी उचित बयान देगी.
कांग्रेस ने बनाई रणनीति
अगस्टा वेस्टलैंड मामले पर बीजेपी के हमले का जवाब देने के लिए बुधवार सुबह कांग्रेस की हाईलेवल मीटिंग हुई. 10 जनपथ पर सोनिया गांधी की अगुवाई में हुई इस बैठक में मलिल्कार्जुन खड़गे, ज्योतिरादित्या सिंधिया और आनंद शर्मा समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए. बैठक में पार्टी की ओर से संसद में अपनाई जाने वाली रणनीति पर चर्चा हुई. पूर्व रक्षा मंत्री ए. के एंटनी ने फिर कहा कि मामले में हमारी सरकार रहते हमने कदम उठाए थे. एंटनी ने कहा कि बीजेपी के मुद्दा उठाने दीजिए हम जवाब देंगे. बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम अगस्टा वेस्टलैंड मामले पर संसद में चर्चा के लिए तैयार हैं. खड़गे ने कहा कि पार्टी इस मामले पर संसद के दोनों सदनों में बहस चाहती है और स्थगन प्रस्ताव देगी.
SC की निगरानी में हो जांच
इस बीच, बसपा प्रमुख मायावती ने मांग की है कि अगस्टा वेस्टलैंड चॉपर डील की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराई जाए.
पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी को अगस्टा वेस्टलैंड डील में भ्रष्टाचार के मामले में इटली की अदालत में दोषी ठहराए जाने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है. रक्षा मंत्रालय ने रोम में भारतीय दूतावास से कोर्ट के फैसले को लेकर रिपोर्ट तलब की है. इटली की अदालत में ऐसे दस्तावेज सामने आए हैं, जिसमें 'सिगनोरा गांधी' का नाम है.
फैसले में लॉबिंग का जिक्र
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इटली की अदालत ने फैसले में इस बात का जिक्र किया कि किस तरह अगस्टा वैस्टलैंड ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके सहयोगियों के साथ सौदे को लेकर लॉबिंग की.इस डील को लेकर कोर्ट में जो दस्तावेज सामने आए उनमें सोनिया गांधी, उनके राजनीतिक सचिव अहमद पटेल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता ऑस्कर फर्नांडीज का भी नाम है.
कांग्रेस के लिए दूसरा 'बोफोर्स' बना ये मामला
वीवीआईपी हेलीकॉप्टर डील में घोटाले का मामला कांग्रेस के लिए दूसरा 'बोफोर्स घोटाला' बनता जा रहा है. 80 के दशक में हुए इस घोटाले ने तब भी कांग्रेस को बड़ा झटका दिया था और साल 1989 में हुए आम चुनावों में कांग्रेस को काफी नुकसान भी हुआ. दोनों घोटाले विदेशों से जुड़े हैं. बोफोर्स घोटाला स्वीडन में हुआ तो अगस्टा वेस्टलैंड घोटाला इटली में. दोनों ही घोटालों ने भारतीय राजनीति और सैन्य सिस्टम को हिला कर रख दिया.
इंटरपोल की मदद लेगी सीबीआई
जैसा कि अब तक साफ हो चुका है कि अगस्टा वेस्टलैंड मामले में भारतीय अधिकारियों ने करीब 3600 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी, इसे देखते हुए सीबीआई ने दोषियों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है. इस सौदेबाजी के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल की गिरफ्तारी के लिए सीबीआई इंटरपोल की मदद लेगी. एजेंसी ने इंटरपोल से मिशेल को गिरफ्तार करने को कहा है. वह फिलहाल ब्रिटेन में रहता है. उसके खिलाफ 4 जनवरी को रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था. बताया जा रहा है कि मिशेल ने रिश्वत के तौर पर करीब 220 करोड़ रुपये (30 मिलियन यूरो) भारत भेजे थे. जो पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी और उनके परिवार के लोगों को दिए गए थे.
ये है मिशेल की लिखी चिट्ठी-