
एजेंडा आजतक के दूसरे दिन कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने अपनी बात रखी. शर्मा ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि नोटबंदी के नाम पर देश में तमाशा हो रहा है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के पहले की तैयारी नहीं हुई. प्रधानमंत्री हालात को संभालने के लिए किसी तरह की कोशिश नहीं कर रहे हैं. केवल नाटक हो रहा है.
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि नोटंबंदी के बाद लोगों को भीख मांगने पर मजबूर किया गया. उन्होंने कहा कि कालाधन जरूर खत्म होना चाहिए. लेकिन नकली नोट के नाम पर नोटबंदी गलत है. सरकार ने पहले नोटबंदी का ऐलान किया, फिर कहा गया कि कैशलेस ट्रांजैक्शन कीजिए. 2000 के नोट से काला धन और बढ़ेगा. देश में छोटे-छोटे कारखाने बंद हो रहे हैं.
शर्मा ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने हिंदुस्तान को दुनिया में कलंकित कर दिया गया कि हमारी इकोनॉमी ही काले धन पर टिकी है. किसानों, मजदूरों की दिहाड़ी नकदी पर चलती है. यह काला सा नहीं है. यह अपराध का पैसा नहीं है. अपनी आय घोषित नहीं करना ही काला धन है. देश में दूसरे देशों के राजदूत परेशान हो रहे हैं. हमारी इमेज खराब हो रही है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि नोटबंदी के बाद लोगों को रही परेशानी के बाद पीएम को सदन में आना चाहिए था. पीएम बाहर बोलते हैं, सदन में नहीं बोलते हैं. पीएम को बोलने से किसी ने नहीं रोका है. विपक्ष चर्चा से नहीं भाग रहा है. विपक्ष को कहा जा रहा है कि आप आलोचना मत कीजिए. सरकार ने संसद का अपमान किया है. सरकार ने ढाई साल में किया क्या है.
उन्होंने कहा, 'मेरा नाम आनंद शर्मा की जगह किसी अल्पसंख्यक का नाम होता तो उसे देशद्रोही करार दिया जाता. प्रजातंत्र में विपक्ष की आवाज नहीं हो तो संतुलन बिगड़ जाएगा. नोटबंदी पर 16 पार्टियां एकजुट हैं.'
आनंद शर्मा ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस पार्टी के भीतर लोकतंत्र है, मौजूदा मोदी सरकार में ऐसा नहीं है. पीएम मोदी को उनकी सरकार में किसी के पास ऐसी हिम्मत नहीं है जो उन्हें सुझाव दे. शायद केवल अमित शाह ही पीएम मोदी को सुझाव दे सकते हैं.