
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर विवादित टिप्पणी करने के बाद माफी मांग ली है. अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ऐसा गलतफहमी में हुआ है. उन्होंने कहा कि उन्होंने पीएम के लिए 'नाली' शब्द का इस्तेमाल नहीं किया था. यदि पीएम मोदी इससे नाराज हैं तो वे माफी मांगते हैं. अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पीएम को चोट पहुंचाने की उनकी कोई मंशा नहीं थी. यदि मेरे बयान से पीएम को चोट पहुंचा है तो वे व्यक्तिगत रूप से उनसे माफी मांगते हैं. मेरी हिन्दी अच्छी नहीं है, नाली कहने का मेरा मतलब वाटर चैनल से था.
बता दें कि लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने विवेकानंद और पीएम नरेंद्र मोदी की तुलना के संदर्भ में कहा था कि कहां मां गंगा और कहां गंदी नाली. अधीर रंजन के इस बयान पर बीजेपी के सांसद भड़क गए और सदन में खूब शोर-शराबा हुआ.
अधीर रंजन चौधरी ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि बीजेपी के एक सांसद ने स्वामी विवेकानंद की तुलना प्रधानमंत्री से कर दी, क्योंकि दोनों के नाम में नरेंद्र है. इससे बंगाल के लोगों को ठेस पहुंची. कांग्रेस नेता ने कहा कि उस दौरान लोकसभा में मैंने कहा कि यदि आप मुझे उकसाएंगे तो मैं कहूंगा कि आप मां गंगा की तुलना गंदी नाली से कर रहे हैं.
दरअसल केंद्रीय मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी ने लोकसभा में पहले स्वामी विवेकानंद और नरेंद्र मोदी की तुलना की थी. इस पर कांग्रेस सदस्यों ने आपत्ति जताई थी. इस पर प्रताप चंद्र सारंगी ने कहा कि कांग्रेस के लोग भी कभी इंदिरा इज इंडिया कहा करते थे, साथ ही अटल बिहारी वाजपेयी ने भी इंदिरा गांधी की तारीफ की थी. तो अब कांग्रेस को नरेंद्र मोदी को क्या परेशानी है. इसके जवाब में सदन में अपनी बात रखने आए अधीर रंजन चौधरी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर विवादित टिप्पणी की.