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कांग्रेस की अंदरूनी कलह पर लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता कमल नाथ ने एक बड़ा खुलासा किया है.
कमलनाथ ने ये खुलासा किया है कि कैसे सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बीच कांग्रेस फंसी हुई है. आज तक से एक्सक्लूसिव बातचीत में कमलनाथ ने कहा कि जब वो किसी समस्या को लेकर सोनिया के पास जाते हैं तो वो राहुल से मिलने के लिए कहती हैं. और जब वो राहुल से मिलते हैं तो वो कहते हैं कि सोनिया से मिल कर हल निकालिए.
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कमलनाथ के मुताबिक यही वजह है कि कांग्रेस एक इंच आगे नहीं बढ़ रही है. लेकिन कमलनाथ ये भी चाहते हैं कि जल्द से जल्द पार्टी की कमान राहुल गांधी को सौंप दी जानी चाहिए, ताकि वो अपनी मनपसंद टीम बना सकें और जल्द ही ये पता लग सके कि वो अपना काम कितने बेहतर तरीके से कर पाते हैं. अपने विचार और आइडिया को अमली जामा पहनाने में नाकामी के चलते राहुल दबाव महसूस करते हैं.
बजट सत्र के बीच में राहुल गांधी के छुट्टी पर चले जाने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा, 'राहुल गांधी सोच में हैं, विचार में हैं. वो आत्म निरीक्षण कर रहे हैं और यह बहुत ही अच्छी बात है. हमारी पार्टी का वार्षिक सत्र आने वाला है. वो दो महीने क्यों बर्बाद करते? यह पार्टी के लिए अच्छा है. अगर राहुल आगे की रणनीति पर सोच रहे हैं तो यह बिल्कुल सही रास्ता है.'
कमलनाथ ने कहा, 'राहुल गांधी के पास कमान नहीं है. एक बार हमें उन्हें कमान देना होगा. तभी तो उनकी क्षमता के बारे में पता चलेगा. वो सफल होंगे या विफल, यह कमान देने के बाद ही पता चलेगा.'
कांग्रेस में जेनरेशनल लड़ाई के सवाल पर उन्होंने कहा, 'राजनीति में परिवर्तन आया है. एक नई पीढ़ी आई है. कांग्रेस में इस परिवर्तन की आवश्यकता है. अगर ऐसा नहीं होता है तो कांग्रेस का बहुत बड़ा नुकसान होगा. नई पीढ़ी और पुरानी पीढ़ी के बीच झगड़े की खबरें बिल्कुल गलत हैं.'
कमलनाथ ने कहा, 'आज की तारीख में पूरा कमान सोनिया गांधी के पास है. वो अध्यक्ष हैं. मैं जब सोनिया जी से बात करता हूं तो वह कहती हैं कि इस पर राहुल से चर्चा करनी पड़ेगी. जब राहुल से बात करता हूं तो वो कहते हैं कि इस पर सोनिया जी से चर्चा करनी होगी. एक दफा राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाकर पूरी जिम्मेदारी उन्हें सौंप देनी चाहिए. तब वह अपनी टीम बनाएं, जैसी उनकी सोच हो, उसे लागू करें. तभी यह फैसला हो सकेगा कि वह सफल हैं या फिर असफल.'