
संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के निवर्तमान अध्यक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता के. वी. थॉमस को इस पद पर दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से नामित किया गया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया ‘केवी थॉमस को अप्रैल 2016 तक के लिए फिर से पीएसी का अध्यक्ष नामित किया गया है.’
आपको बता दें कि प्राक्कलन समिति और सार्वजनिक उपक्रम संबंधी समिति के साथ-साथ लोक लेखा समिति महत्वपूर्ण वित्त समितियों में से एक है. वर्ष 1967 से लोक लेखा समिति में अध्यक्ष का पद मुख्य विपक्षी दल के एक वरिष्ठ सदस्य को दिया जाता है.
लोक लेखा समिति का गठन और कार्य
इस समिति का गठन हर साल किया जाता है. समिति में अधिकतम 22 सदस्य हो सकते हैं. इनमें से 15 सदस्य लोकसभा से होते हैं और सात से अधिक सदस्य राज्यसभा से नहीं होने चाहिए. समिति के लिए लोकसभा से सदस्यों का निर्वाचन होता है जबकि राज्यसभा से प्रतिनिधि नामांकित किए जाते हैं. इसमें शर्त यह है कि कोई मंत्री इस समिति का सदस्य नहीं हो सकता है.
लोक लेखा समिति का कार्य
भारत के नियंत्रक-महालेखा परीक्षक (CAG: Comptroller and Auditor General, कैग) की रिपोर्ट्स जब संसद के पटल पर रखी जाती है तो उसके बाद लोक लेखा समिति ही उन रिपोर्ट्स की जांच करती है.
दिलचस्प बात है कि प्राक्कलन समिति का अध्यक्ष सत्तारूढ़ दल का सदस्य होता है और वर्तमान में इस पद पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी हैं। पिछली लोकसभा में जोशी लोक लेखा समिति के अध्यक्ष थे.
इनपुट भाषा से