
गुजरात में विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों को लेकर कांग्रेस ने शनिवार शाम चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया. जिसके बाद आयोग ने गुजरात सरकार से इस मामले में सोमवार तक जवाब देने को कहा है. इसके साथ ही चुनाव आयोग ने सभी विधायकों और उनके परिवार को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने के भी निर्देष दिए हैं.
दरअसल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को चुनाव आयोग पहुंचा, जिसमें राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, अभिषेक मनु सिंघवी, विवेक तंखा और मनीष तिवारी शामिल थे. चुनाव आयोग में करीब 20 मिनट चली इस बैठक में कांग्रेस नेताओं ने अपनी शिकायतें रखीं. कांग्रेस ने विधायकों को डराने-धमकाने और प्रलोभन देने के सबूत के साथ-साथ पुलिस अधिकारियों के नाम की भी जानकारी चुनाव आयोग के समक्ष रखी. आयोग ने आंतरिक जांच करके इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद आनंद शर्मा ने कहा कि विधायकों को राज्य से बाहर ले जाना गुजरात सरकार और सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के लिए काला धब्बा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास गुजरात से 3 राज्यसभा सदस्य भेजने के लिए पर्याप्त विधायक नहीं हैं इसी वजह से वह कांग्रेस के विधायकों को अपने खेमे में लाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग इस मामले को संज्ञान में ले और मामला दर्ज करे. साथ ही तुरंत इसमें हस्तक्षेप करके कार्रवाई करे ताकि चुनाव की वैधता बरकरार रहे.
कांग्रेस सांसद और वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा ने कहा कि चुनाव आयोग से बात हो गई है हम लोगों ने ज्ञापन दिया है कि हॉर्स ट्रेडिंग हो रही है. गुजरात में भ्रष्टाचार चरम पर और यह लोकतंत्र के उसूलों के खिलाफ है. प्रधानमंत्री के राज्य में ऐसा नहीं होना चाहिए हमने इसका सबूत आयोग को भी दिया.
विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि चुनाव आयोग को हमने बताया कि किस तरह से दिनदहाड़े कांग्रेस के विधायकों को लालच दिया जा रहा है. आगामी चुनाव में टिकट देने का लालच भी दिया जा रहा है, पैसे का लालच दिया जा रहा है और सबसे ज्यादा एक विधायक को उठाया गया, यह बहुत ही गलत है. उन्होंने कहा कि गुजरात प्रधानमंत्री का राज्य है और जो लोग इसमें शामिल हैं विशेष रूप से जो अधिकारी, जिसने एक विधायक को किडनैप किया और जो बाकी अधिकारी इसमें शामिल हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होनी, उन्हें सस्पेंड किया जाना चाहिए.
वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हमने कई बिंदुओं पर बातचीत की है. पहला बिंदु कि हमारे विधायकों को किस तर्ज पर अधिकारिक पुलिस अफसर ले गए और उन्हें धमकाया गया. साथ ही उन्हें लालच दिया, प्रलोभन दिया. दूसरा खुले आम विधायकों की खरीद फरोख्त हो रही है चुनाव आयोग के आदेशों और भ्रष्टाचार निरोधक कानून का स्पष्ट उल्लंघन है.