
सोमवार शाम से पंजाब विधानसभा में धरने पर बैठे कांग्रेस के 26 विधायकों ने लगातार दूसरी रात विधानसभा के हॉल में ही गुजारी. मंगलवार दोपहर इन विधायकों को मिलने के लिए और धरना खत्म करवाने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल भी पहुंचे थे. मुख्यमंत्री ने कांग्रेसी विधायकों को धरना खत्म करने के लिए कहा लेकिन प्रदर्शन कर रहे विधायकों ने सदन से बाहर जाने से इंकार कर दिया.
कांग्रेसी विधायकों ने सीएम बादल से कहा था कि पहले पंजाब के मुद्दों का हल करो, कांग्रेस विधायकों को सदन में बोलने का मौका दो फिर धरना खत्म करेंगे. मंगलवार को ईद की छुट्टी के कारण सदन नहीं था लेकिन कांग्रेस विधायक सदन से बाहर नहीं आएं. बुधवार को विधानसभा सत्र का आखिरी दिन है और विधानसभा की कार्यवाही सुबह 10 बजे शुरू होगी. इस विधानसभा के कार्यकाल का ये आखिरी सत्र है और इसके बाद सीधे चुनाव ही होंगे.
पुलिस से हुई विधायकों की झड़प
पंजाब विधान सभा स्पीकर ने सोमवार को कांग्रेस द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस नहीं करवाई जिससे नाराज सदन में मौजूद कांग्रेस के सभी 26 विधायकों ने विरोध में मॉक असेंबली की और रातभर अंधेरे में विधानसभा के अंदर वेल में सोए रहे. इस प्रदर्शन में 4 महिला विधायक भी शामिल थी. वहीं मंगलवार सुबह जब कांग्रेस के कुछ विधायक दवाई और अन्य सामान लेने के लिए विधानसभा से बाहर निकले तो उन्हें वापिस अंदर नहीं जाने दिया गया. विधानसभा के गेट पर हालांकि कांग्रेसी विधायकों और सुरक्षाकर्मियों में तू-तू मैं-मैं होने के बाद धक्कामुक्की भी हुई जिसके बाद कुछ विधायक सदन के अंदर दोबारा जाने में कामयाब रहे. पंजाब विधानसभा में अंदर बैठे अपने साथी विधायकों से मिलने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री राजेंद्र कौर भट्ठल समेत बाकी विधायकों को विधानसभा के अंदर जाने से पुलिस ने रोक दिया. जिसके बाद ये तमाम लोग सड़क पर ही प्रदर्शन करते हुए बैठ गए.
अविश्वास प्रस्ताव पर कार्यवाही शुरू करने की मांग
26 विधायक अभी भी सदन के अंदर मौजूद है और संभावना है कि ये लोग बुधवार रात भी विधानसभा के अंदर ही रहेंगे. बुधवार को सदन का आखिरी दिन है और इस टकराव की वजह से इस सरकार के कार्यकाल का विधानसभा का आखिरी दिन बहुत ही हंगामेदार होने की संभावना है. कांग्रेस का अकाली-बीजेपी सरकार पर आरोप है कि हमें विधानसभा में बोलने नहीं दिया जा रहा, हमें अपने विधायकों के पास खाना और दवाएं ले जाने नहीं दी जा रही. वहीं सदन से बाहर कांग्रेस के बाकी विधायकों और नेताओं ने कहा कि हमारे विधायक सदन में बुधवार दोबारा कार्यवाही शुरू होने तक डटे रहेंगे. जहां हमारे अविश्वास प्रस्ताव पर स्पीकर ने कार्यवाही स्थगित की थी वहीं से कार्यवाही शुरू करने की मांग करेंगे. सदन के अंदर हमारे साथी विधायक मॉक विधानसभा चलाते रहेंगे.