
पुदुच्चेरी में राज्य सरकार और राज्यपाल के बीच चल रहे विवाद के बीच कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि जो हमनें दिल्ली में केंद्र और राज्य की लड़ाई देखी है उम्मीद करते हैं कि वह पुदुच्चेरी में ना देखने को मिले. पुदुच्चेरी में वहां के मुख्यमंत्री काफी लोकप्रिय हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार दोहरे मापदंड पर काम कर रही है और लोकतंत्र को कुचलने की तैयारी कर रहे है. उन्होंने भी कहा कि जो भी लोग सीनियर पोस्ट पर मौजूद हैं उन्हें पद की गरिमा रखनी चाहिए, उपराज्यपाल के पद की गरिमा को नीचे नहीं लाना चाहिए.
पुडुचेरी की सत्तारूढ़ कांग्रेस और उपराज्यपाल किरण बेदी के बीच मतभेद अब खुल कर सामने आ रहे है. उपराज्यपाल बेदी ने मुख्मंयत्री वी नारायणसामी के उस आदेश को रद्द कर दिया है, जिसमें सरकारी अफसरों को आधिकारिक कार्यों के लिए सोशल मीडिया के उपयोग से बचने को कहा गया था.
अधिकारी ने वाट्सएप ग्रुप में भेजा अश्लील वीडियो
सीएम ने यह आदेश तब जारी किया था, जब किरण बेदी ने सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार एएस शिवकुमार को अधिकारियों के व्हाट्सऐप ग्रुप पर एक अश्लील वीडियो क्लिप कथित तौर पर
पोस्ट करने के बाद निलंबित कर दिया था. एक ओर उपराज्यपाल किरण बेदी जहां सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर जोर देती रही हैं, वहीं
मुख्यमंत्री के इस फरमान से टकराव से स्थिति बनती दिखी. आखिरकार उपराज्यपाल ने 2 जनवरी को जारी सरकार के इस आदेश को निरस्त कर दिया.