Advertisement

कांग्रेस बोलीं राज्यपाल पद की गरिमा रखें किरण बेदी

पुडुचेरी की सत्तारूढ़ कांग्रेस और उपराज्यपाल किरण बेदी के बीच मतभेद अब खुल कर सामने आ रहे है. उपराज्यपाल बेदी ने मुख्मंयत्री वी नारायणसामी के उस आदेश को रद्द कर दिया है,

पुडुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी पुडुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी
सुप्रिया भारद्वाज
  • नई दिल्ली,
  • 11 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 12:23 PM IST

पुदुच्चेरी में राज्य सरकार और राज्यपाल के बीच चल रहे विवाद के बीच कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि जो हमनें दिल्ली में केंद्र और राज्य की लड़ाई देखी है उम्मीद करते हैं कि वह पुदुच्चेरी में ना देखने को मिले. पुदुच्चेरी में वहां के मुख्यमंत्री काफी लोकप्रिय हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार दोहरे मापदंड पर काम कर रही है और लोकतंत्र को कुचलने की तैयारी कर रहे है. उन्होंने भी कहा कि जो भी लोग सीनियर पोस्ट पर मौजूद हैं उन्हें पद की गरिमा रखनी चाहिए, उपराज्यपाल के पद की गरिमा को नीचे नहीं लाना चाहिए.

Advertisement

पुडुचेरी की सत्तारूढ़ कांग्रेस और उपराज्यपाल किरण बेदी के बीच मतभेद अब खुल कर सामने आ रहे है. उपराज्यपाल बेदी ने मुख्मंयत्री वी नारायणसामी के उस आदेश को रद्द कर दिया है, जिसमें सरकारी अफसरों को आधिकारिक कार्यों के लिए सोशल मीडिया के उपयोग से बचने को कहा गया था.

अधिकारी ने वाट्सएप ग्रुप में भेजा अश्लील वीडियो
सीएम ने यह आदेश तब जारी किया था, जब किरण बेदी ने सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार एएस शिवकुमार को अधिकारियों के व्हाट्सऐप ग्रुप पर एक अश्लील वीडियो क्लिप कथित तौर पर पोस्ट करने के बाद निलंबित कर दिया था. एक ओर उपराज्यपाल किरण बेदी जहां सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर जोर देती रही हैं, वहीं मुख्यमंत्री के इस फरमान से टकराव से स्थिति बनती दिखी. आखिरकार उपराज्यपाल ने 2 जनवरी को जारी सरकार के इस आदेश को निरस्त कर दिया.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement