
छत्तीसगढ़ के दुर्ग से लेकर रायपुर तक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने करीब 50 किलोमीटर लंबा रोड शो किया. राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दी हैं और इसी कड़ी में राहुल गांधी दो दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचे थे.
दुर्ग के पंडित रविशंकर शुक्ल स्टेडियम में रोड की शुरुवात से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए संकल्प शिविर आयोजित किया गया. इस शिविर में हिस्सा लेने के बाद राहुल गांधी एक मिनी बस में सवार होकर रोड शो के लिए निकल पड़े. स्थानीय लोगों का अभिवादन स्वीकारते हुए उन्होंने रोड शो की शुरुआत की.
भिलाई और दुर्ग में राहुल गांधी कई जगह रुके भी और महात्मा गांधी, सरदार वल्लभ भाई पटेल, डॉ भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया. उनके साथ राज्य में कांग्रेस के सभी दिग्गज मौजूद थे. लम्बे अरसे बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, रविंद्र चौबे, चरणदास महंत, टी.एस. सिंहदेव और राज्य प्रभारी पी.एल. पुनिया एक मंच पर एक साथ दिखाई दिए.
रोड शो के भारी तादाद में कांग्रेसी कार्यकर्ता राहुल गांधी के स्वागत के लिए जुटे थे. नलघर चौक में राहुल गांधी ने अपने पिता स्वर्गीय राजीव गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके बाद उनके काफिले ने तेलीबांधा होकर एयरपोर्ट की राह पकड़ ली. हालांकि रोड शो के समापन पर राहुल गांधी देश की मुद्दों पर कोई बयान नहीं दिया और मीडिया से बगैर बात किए ही रवाना हो गए.
छत्तीसगढ़ में चुनाव करीब आते ही कांग्रेस के भीतर नेताओं और कार्यकर्ताओं की सक्रियता का आकलन इस रोड शो से साफ़ नजर आया. पार्टी के बड़े नेताओं के अलावा कुछ क्षत्रपों ने मोर्चा संभाल रखा था. साफ़ नजर आ रहा था कि उनके द्वारा आयोजित स्वागत सत्कार के मंचों में कड़ी मशक्क्त के बाद चंद कार्यकर्ता ही जुट पाए.
नेता अधिक और कार्यकर्ता उनकी तुलना में बेहद कम नजर आ रहे थे. राहुल गांधी ने रोड शो के जरिये जनता के बीच अपनी मौजूदगी जरूर दर्ज कराई. लेकिन उनकी अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की कमी इस रोड शो में साफ़ झलक रही थी.