
सीबीआई विवाद पर केंद्र सरकार की सफाई के बाद कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई सवाल उठाए. कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राफेल के फोबिया से बचने के लिए मोदी सरकार ने सीबीआई डायरेक्टर को हटाया है.
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश की संस्थाओं को ICU में धकेल दिया है, सीबीआई की प्रतिष्ठा को धूल में मिलाया जा रहा है. आज केंद्र सरकार उच्चतम न्यायालय के आदेशों को नहीं मान रही है.
उन्होंने कहा कि राफेल घोटाले की पोल खुलने से डरे हुए बीजेपी नेताओं ने गुजरात मॉडल केंद्र में थोप दिया है. उन्होंने कहा कि इस प्रकार सीबीआई डायरेक्टर को हटाना असंवैधानिक है.
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी खुद सीबीआई के अधिकारियों को बुलाते हैं और फौजदारी के मामलों में दखल देते हैं. जबकि मुख्यमंत्री के तौर पर मोदी CBI को लेकर कई तरह की बातें करते थे. यूपीए सरकार में एफिडेविट देखा गया था तो इस्तीफा मांगा गया था.
कांग्रेस नेता बोले कि CVC के पास CBI डायरेक्टर को नियुक्ति या हटाने का कोई अधिकार नहीं है. CVC के पास नया पावर कैसे आ गया? CVC केवल सुपरवाइजरी बॉडी है. CVC गुमराह कर रहा है. इस संस्थान का भी दुरुपयोग किया जा रहा है
सरकार के अधिकार क्षेत्र से परे है मामला
आपको बता दें कि बुधवार को ही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सीबीआई विवाद पर सरकार का रुख साफ किया. अरुण जेटली ने कहा कि CBI इस देश प्रतिष्ठित संस्था है. इसकी साख बनी रहे इसके लिए केन्द्र सरकार तत्पर है.
वित्तमंत्री ने कहा कि सीबीआई में विचित्र और दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति पैदा हुई है. दो वरिष्ठ डायरेक्टर पर सवाल उठे हैं. डायरेक्टर ने अपने नीचे और दूसरे नंबर के अधिकारी ने डायरेक्टर पर आरोप लगाया है. इसकी जांच कौन करेगा यह सरकार के सामने सवाल है. ये केन्द्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता और न ही सरकार इसकी जांच करेगी.