
महंगाई और बेरोजगारी को लेकर मोदी सरकार और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार देश को दो बड़े तोहफे माफ कीजिए. केंद्र सरकार के दो बड़े धोखे महंगाई और बेरोजगारी यही है दो बड़े तोहफे. साथ ही यह भी कहा कि प्रधानमंत्री महंगाई पर कब चुप्पी तोड़ेंगे.
उन्होंने कहा कि देश में महंगाई चरमसीमा पर पहुंच गया है. आम आदमी का बजट गड़बड़ा गया है. देश में खाने के लाले पड़ गए हैं. घर की मूलभूत वस्तुओं की पहुंच आम लोगों के बजट से बाहर होती जा रही है.
'डायन की तरह बढ़ती जा रही महंगाई'
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि आज पहली बार शायद 2012-13 के बाद महंगाई इतनी चरम सीमा पर पहुंची है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2013-14 में कहते थे 'अबकी बार महंगाई पर वार'. लेकिन वह अब चुप बैठे हैं और महंगाई जो है लगातार डायन की तरह बढ़ती जा रही है.
केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि खुदरा महंगाई और रिटेल इंफ्लेशन जुलाई 2019 में 3.15 फीसदी थी जो अगस्त में बढ़कर 3.28 फीसदी, सितंबर में 4 फीसदी, अक्टूबर में 4.62 फीसदी, नवंबर में 5.54 फीसदी और दिसंबर में 7.35 फीसदी हो गई और आज यह महंगाई दर 8 फीसदी तक को छू गई है.
सरकार निकम्मी बनी बैठीः कांग्रेस
सुरजेवाला ने कहा कि सरकार नकारा और निकम्मी बनी बैठी है. प्रधानमंत्री मोदी भी कोई जवाब नहीं देते. न फूड सप्लाई मंत्री कोई जवाब देते हैं, ना ही बीजेपी को आम जनता की कोई परवाह है. सरकार को आम आदमी की जिंदगी की कोई चिंता नहीं है.
रणदीप सिंह सुरजेवाला का कहना है कि महंगाई बेलगाम हो गई है, बेतहाशा बढ़ गई है. आम आदमी इस के बोझ के तले दब गया है. कब प्रधानमंत्री इस पर जागकर कोई कार्रवाई करेंगे. कांग्रेस की यह मांग भी है कि प्रधानमंत्री पूरे विपक्षी दलों की एक बैठक बुलाए. देश को विश्वास में लें और बताएं कि अगले 15 और 30 दिन में महंगाई कम करने का रोडमैप क्या है.
सुरजेवाला ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी यह भी बताएं सब्जियों के दाम कब कम होंगे. खाद्य पदार्थों के दाम कब कम होंगे. तेलों के दाम कम करने का रोड मैप क्या है. केवल चुप्पी साध कर और मौन व्रत धारण कर कर प्रधानमंत्री मोदी अपनी जिम्मेदारी से हट नहीं सकते.