
कर्नाटक विधानसभा में येदियुरप्पा ने फ्लोर टेस्ट से पहले ही मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया है. बीजेपी के पास पर्याप्त संख्याबल नहीं था ऐसे में येदियुरप्पा ने सदन में अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया. लेकिन इस बहुमत परीक्षण से पहले दोनों ही पार्टियां अपने-अपने विधायकों को सहेज कर रखने पर जोर दे रही थीं. कांग्रेस लापता हुए विधायकों को खोज कर लाने में सफल रही तो बीजेपी उन्हें अपने खेमे में लाने का हर मुमकिन प्रयास करती दिखी.
विधानसभा में जिस वक्त कांग्रेस-बीजेपी के विधायकों के बीच दूरियां थीं ठीक उसी दौरान दर्शक दीर्घा में बैठे नेता पार्टी के वरिष्ठ नेता आपस में हंसी-मजाक करते नजर आए. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार साथ बैठे दिखाई दिए. इनके अलावा कांग्रेस के संगठन महासचिव अशोक गहलोत, मल्लिकार्जुन खड़गे और केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा भी साथ में बैठे दिख रहे थे.
दोनों पार्टी के वरिष्ठ नेता आपस में गुफ्तगू करते नजर आए उनके चेहरे के भाव देखकर लग ही नहीं रहा था कि सदन के भीतर एक-दूसरे की पार्टियां एक-एक विधायक के लिए लड़ रही हैं. कर्नाटक के पूरे सियासी घटनाक्रम में दिल्ली से भेजे गए इन्हीं नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी के लिए सियासी बिसात बिछाने का काम किया है.
चुनाव नतीजों और येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण के बाद से दोनों पार्टी के बीच तीखे हमले और जुबानी जंग अपने चरम पर थी. कांग्रेस जहां बीजेपी पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगा चुकी है वहीं बीजेपी कर्नाटक में कांग्रेस की प्रदर्शन को उसकी सियासी विफलता बता रही है. लेकिन फैसले के दिन दोनों ही दलों के नेता सियासी हमले छोड़ एक साथ हल्के क्षणों के साझा करते दिख रहे हैं.