
प्रधानमंत्री की खादी के कैलेंडर में फोटो को लेकर विवाद और तूल पकड़ता जा रहा है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी और गांधीजी की फोटो एक साथ टवीट करते हुए गांधी की विचारधारा की तुलना पीएम की विचारधारा से की है. प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए रणदीप ने ट्वीट किया कि गांधी की विचारधारा थी कि जब भी खुद पर शक हो तो सबसे गरीब और कमजोर वर्ग की सोचो. उसको सोच कर ही आगे की रणनीति बनाओ, मगर मोदी की विचारधारा खुद पर केंद्रित है.
'पीएम को गरीब से ज्यादा प्रचार की चिंता'
सुरजेवाला ने कहा कि पीएम की चिंता अपने पीआर कैंपेन पर ज्यादा है. कौन सा कुर्ता पहनना है ? कैसा लगना है? क्या ट्वीट करना है ? और क्या whatsapp करना है ? यही पीएम मोदी की विचारधारा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने भी इसी मुद्दे को और आगे ले जाते हुए कहा कि गांधी और मोदी की तुलना नहीं हो सकती.
'पीएम ने देश को पहुंचाया ठेस'
संजय सिंह ने कहा कि मोदी जितना भी कोशिश कर लें, गांधी लोगों के दिल में बसे हैं और उनको वह नहीं हटा सकते. यही नहीं उन्होंने कहा कि गांधीजी ने अपना पूरा जीवन देश की सेवा में दे दिया. देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी उनकी ख्याति है. उनका कहना है कि इसके जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की गरिमा और भावनाओं को ठेस पहुंचाई है.
पीएमओ की सफाई
इस विवाद में कांग्रेस के साथ तमाम विपक्षी दल एक पटल पर खड़े नजर आए. प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस पूरे मसले को रफा-दफा करते हुए कहा कि इसमें कोई विवाद उनको नहीं दिखता और गांधी की तस्वीर छपना कोई तय नियम या कानून नहीं है.