
एमसीडी चुनाव से पहले कांग्रेस की पहली बड़ी रैली में पार्टी ने रामलीला मैदान में अपनी ताकत दिखाई. रैली में उमड़ी भीड़ से कांग्रेस गदगद है. दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने रैली को संबोधित किया. राहुल को सुनने के लिए हजारों की तादाद में कार्यकर्ता रामलीला मैदान पहुंचे. हालात ये थे कि शाम 6 बजे के बाद रामलीला मैदान में पैर रखने तक की जगह नहीं थी.
रैली में राहुल गांधी ने आम आदमी पार्टी और बीजेपी पर जमकर हमला बोला. राहुल ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनती है तो उसमें AAP या बीजेपी की तरह किसी एक व्यक्ति की पूजा नहीं होती. पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि मोदी ने दो साल पहले कहा था कि गंगा को साफ करूंगा लेकिन अब बनारस को समझ आ गया है कि मोदी ने झूठ बोला था और इसलिए अब वो 3-3 बार रोड शो कर रहे हैं. राहुल ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार में बेरोजगारी बढ़ी है.
भ्रष्टाचार खत्म नहीं कर सकते केजरीवाल
राहुल ने सीएम केजरीवाल पर भी निशाना साधा और पूछा कि उन्होंने दो वर्षों में क्या किया? राहुल ने कहा कि अवैध कालोनियों और ठेके पर काम करने वालों को केजरीवाल ने धोखा दिया है. राहुल ने केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो कभी भ्रष्टाचार खत्म कर ही नहीं सकते. राहुल गांधी ने केजरीवाल पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी में सिर्फ केजरीवाल की पूजा होती है और वहां किसी की नहीं चलती.
सिफारिश करने वालों को टिकट नहीं
रैली में राहुल गांधी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि एमसीडी चुनाव में टिकट के लिए सिफारिश करने वालों को टिकट नहीं मिलेगा. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने इस दौरान केजरीवाल पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि यदि जनलोकपाल बिल पारित हुआ तो सबसे पहले केजरीवाल और उनके मंत्री जेल जाएंगे. माकन ने केजरीवाल से पूछा कि उन्होंने सीएम पद की शपथ लेते वक्त कहा था कि वो दिल्ली छोड़ कर नहीं जाएंगे लेकिन अब वो कभी-कभी ही दिल्ली में दिखते हैं.
रैली में पहुंचे कई दिग्गज
रैली में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भी मौजूद थे. दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन के अलावा दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित , हारुन युसुफ, अरविंदर सिंह लवली, जनार्दन द्विवेदी रैली में शामिल रहे.
राहुल की रैली दिलाएगी सत्ता?
आपको बता दें कि 15 वर्षों तक दिल्ली की सत्ता पर काबिज कांग्रेस फिलहाल दिल्ली की राजनीति में सबसे निचले पायदान पर है, जहां ना तो उसका कोई विधायक है और ना ही लोकसभा में कोई सांसद. एमसीडी में भी कांग्रेस पिछले 10 साल से विपक्ष में है और ऐसे में दिल्ली की राजनीति में दमदार वापसी के लिए एमसीडी चुनाव ही एकमात्र रास्ता बचा है और राहुल गांधी की रैली की सफलता से गदगद कांग्रेस अब इस कोशिश में है कि रैली की ही तरह एमसीडी चुनाव में भी उसे सफलता मिले.