
असम विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को राज्य में बड़ी सफलता मिली है. सत्तारूढ़ कांग्रेस ने बीजेपी और क्षेत्रीय दल बोड़ो पीपुल्स फ्रंट के एक-एक सदस्य की क्रॉस वोटिंग से मिले फायदे के चलते असम से राज्यसभा की दोनों सीटें जीत लीं.
रिपुन बोरा और रानी नराह पहुंचे राज्यसभा
कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव में अपने वरिष्ठ नेताओं रिपुन बोरा एवं रानी नराह को उतारा था. असम विधानसभा के प्रमुख सचिव मृगेन्द्र कुमार डेका ने बताया कि कांग्रेस
ने दोनों सीटें जीत ली हैं. निर्दलीय उम्मीदवार महावीर प्रसाद जैन को कोई वोट नहीं मिला. विस्तृत ब्यौरा देते हुए डेका ने बताया कि कांग्रेस के 66 विधायकों,
एआईयूडीएफ के 17 विधायकों, बीजेपी और बीपीएफ के एक-एक विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में अपना वोट दिया.
एक वोट हुआ रद्द
गलत निशान लगाने के कारण कांग्रेस का एक वोट अमान्य हो गया जबकि शेष वोट बोरा एवं नराह के पक्ष में गए. डेका ने बताया कि एजीपी, बीजेपी और बीपीएफ के
बाकी सदस्यों ने मतदान में भाग नहीं लिया.
गोगोई बोले- मैं सभी पार्टियों के बीच लोकप्रिय
मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने सोमवार शाम को कहा, ‘राज्य के लोग अब महसूस करेंगे कि मुझे पार्टियों के बीच भी समर्थन प्राप्त है.’ राज्यसभा में असम से कांग्रेस की
नाजनीन फारूक एवं पंकज बोरा का अगले माह कार्यकाल पूरा होने के कारण यह चुनाव करवाए गए.