
विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक पर केन्द्रीय एजेंसियों का डंडा चला है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धन शोधन निरोधक अधिनियम (PMLA) के तहत जाकिर नाईक की 16 करोड़ 40 लाख की संपत्ति जब्त कर ली है. जाकिर नाईक की ये जायदाद मुंबई और पुणे में स्थित है.
ED की जांच के मुताबिक ये पता चला है कि जाकिर नाईक के दुबई के खातों में 49 करोड़ 20 लाख रुपये पाए गए थे. ये पैसे कहां से आए इस बात की कोई जानकारी नहीं है. ED ने एक बयान में कहा कि उसने (PMLA) के तहत नाईक की मुंबई और पुणे स्थित संपत्तियों की कुर्की के लिये अस्थायी आदेश जारी किया था.
बता दें कि ED ने इस मामले में तीसरी कुर्की की है. जांच एजेंसी ED नाईक के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी की प्राथमिकी का संज्ञान लेने के बाद इस मामले की जांच कर रही है. जाकिर नाईक फिलहाल मलेशिया में है. बता दें कि ED ने इस मामले में अब तक कुल 50.49 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है.
बता दें कि ED ने जाकिर नाईक के खिलाफ जांच की शुरुआत NIA द्वारा 26 अक्टूबर 2017 को मुंबई के स्पेशल कोर्ट के सामने दाखिल चार्जशीट के आधार पर की थी. NIA चार्जशीट के आधार पर जाकिर नाईक ने जानबूझकर हिन्दू, ईसाई और गैर वहाबी मुसलमानों की धार्मिक मान्यताओं को चोट पहुंचाया.
जांच एजेंसियों के मुताबिक इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन और मेसर्स हारमनी मीडिया ने ऐसे भड़काऊ भाषणों को फैलाने में मदद किया. ऐसे गतिविधियों के लिए आरोपी को इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन और दूसरे स्रोतों से फंड मिल रहे थे.