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ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष और शिया धर्मगुरु मौलाना सैयद कल्बे सादिक ने धर्मांतरण पर आरएसएस चीफ मोहन भागवत के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने कहा कि जिन मुसलमानों को लगता है कि हिंदू बनने से उनकी समस्या हल हो रही है तो वे बने. उन्होंने कहा कि पॉलिटिशन का कोई धर्म नहीं होता है, पॉलिटिशन सिर्फ पॉलिटिशन होता है. उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में कहा कि उन्हें काम करने का समय तो देना ही पड़ेगा. इस देश को संभालना आसान नहीं है. अभी तक एक ही पार्टी सत्ता में थी, हम मायूस नहीं हुए है.
कल्बे सादिक ने कहा कि अगर भागवत भटके हुए लोगों को घर वापस लाना ही चाहते हैं तो सबसे पहले उन्हें 'अलकायदा', 'लश्कर-ए-तैयबा' और 'तालिबान' की 'घरवापसी' कराएं. हकीकत में तो ये लोग भटके हुए हैं, यहां का गरीब मुसलमान भटका हुआ नहीं है.
मौलाना सादिक ने कहा कि गरीब और पिछड़े मुसलमानों को आर्थिक और सामाजिक तौर पर मजबूत बनाने के लिए अगर संघ उन्हें हिंदू बना रहा है तो इसमें इतनी हैरानी किस बात की है. धर्मांतरण के मसले को बहुत जज्बाती अंदाज में न लिया जाए, यह तो आम सी बात है.
उन्होंने कहा, 'आप किसी को हिंदू से मुसलमान बना लो या मुसलमान से हिंदू. इससे क्या कर लेंगे? क्या इससे देश बदलेगा? जरूरत देश बदलने की है. ये लोग डबल गेम खेल रहे हैं.'