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Wipro के नतीजे पर कोरोना का असर, माइंडट्री ने कमाया दोगुना से अधिक मुनाफा

कोरोना काल में देश की दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो के अलावा माइंडट्री के तिमाही नतीजे जारी हुए हैं.

नतीजे इस साल के 1 अप्रैल से 30 जून तक के हैं नतीजे इस साल के 1 अप्रैल से 30 जून तक के हैं
aajtak.in
  • मुंबई,
  • 14 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 5:38 PM IST

  • विप्रो को 2,390 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ
  • एक साल पहले 2,388 करोड़ का मुनाफा हुआ था

देश की चर्चित आईटी कंपनी विप्रो के तिमाही नतीजे आज यानी मंगलवार को जारी हो गए. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे बताते हैं कि विप्रो की नेट प्रॉफिट में मामूली बढ़ोतरी हुई है. 1 अप्रैल से 30 जून तक की तिमाही में विप्रो को 2,390 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ है. एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी को 2,388 करोड़ का मुनाफा हुआ था. यानी सिर्फ तीन करोड़ की बढ़ोतरी हुई है.

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विप्रो के रेवेन्यू की बात करें तो जून तिमाही में 14,913 करोड़ रहा. जबकि बीते साल इसी तिमाही में रेवेन्यू 14,716 करोड़ रुपये था. इस लिहाज से भी मामूली बढ़ोतरी है. इस बीच, कारोबार के अंत में विप्रो का शेयर प्राइस एक फीसदी से अधिक लुढ़क कर 225.30 रुपये पर रहा.

कोरोना काल में माइंडट्री को फायदा!

प्रमुख आईटी कंपनी माइंडट्री का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में शुद्ध लाभ 129.8 प्रतिशत बढ़कर 213 करोड़ रुपये हो गया. माइंडट्री ने बताया कि कंपनी ने पिछले साल की इसी अवधि में 92.7 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया था. इस दौरान माइंडट्री की आय तिमाही में 4.1 प्रतिशत बढ़कर 1,908.8 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 1,834.2 करोड़ रुपये थी.

आपको बता दें कि ये तिमाही नतीजे इस साल के 1 अप्रैल से 30 जून तक के हैं. ये वो वक्त था जब करीब दो महीने तक देश में सख्त लॉकडाउन लागू रहा. इस दौरान सभी सेवाएं ठप हो गई थीं. वहीं, कई क्लाइंटस ने टेक्नोलॉजी पर खर्च को फिलहाल टाल दिया है.

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सोमवार को थी विप्रो की एजीएम

नतीजों से एक दिन पहले सोमवार को विप्रो की ऑनलाइन तरीके से 74वीं एनुअल मीटिंग हुई. इस मीटिंग को विप्रो के चेयरमैन रिशद प्रेमजी ने संबोधित किया. रिशद प्रेमजी के पिछले साल जुलाई में विप्रो के चेयरमैन का पदभार ग्रहण करने के बाद यह कंपनी की पहली एनुअल मीटिंग थी.

विप्रो में फिलहाल छंटनी नहीं

इस मीटिंग के दौरान रिशद प्रेमजी ने कोविड-19 संकट के चलते छंटनी की खबरों को खारिज किया था. कंपनी के एक शेयरधारक के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ हम कई परिचालन एवं अन्य तरीकों से अपनी लागत घटाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हमने किसी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाला है और न ही हमारी फिलहाल ऐसी कोई योजना है.’’

93 प्रतिशत कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम

रिशद प्रेमजी के मुातबिक मार्च में कोविड-19 संकट की आहट के साथ ही हमने दुनियाभर में अपने 93 प्रतिशत कर्मचारियों के लिए ‘वर्क फ्रॉम होम’ की सुविधा देना शुरू कर दिया. प्रेमजी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में हम नए तरीके से काम करने के अभ्यस्त हो गए हैं और हमारा पूरा ध्यान कंपनी के ग्राहकों की जरूरतों को सफलता पूर्वक पूरा करने पर है. रिशद प्रेमजी ने बताया कि कंपनी ने डिजिटल क्लाउड, साइबर सुरक्षा और अपनी इंजीनियरिंग क्षमताओं पर अहम निवेश किया है.

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बता दें कि विप्रो का वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में शुद्ध लाभ छह फीसदी घटकर 2,345.2 करोड़ रुपये रहा था. वहीं, कंपनी ने इनकम ग्रोथ अनुमान के बारे में नहीं बताया था.

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