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कोरोना वायरस को लेकर उत्तराखंड में अलर्ट, बाहर से आने वाले यात्रियों की हो रही जांच

विभाग ने नेपाल और चीन सीमा से लगे जिलों में भी अलर्ट जारी किया है. नेपाल बॉर्डर के आसपास आने जाने वाले लोगों के लिए चिकित्सकों की टीमें लगाई गई है. बॉर्डर पर लोगों की स्क्रीनिंग करके उनसे पूछताछ की जा रही है कि क्या वह वेस्ट चाइना की यात्रा करके तो नहीं आए हैं?

उत्तराखंड सरकार ने जारी किया अलर्ट उत्तराखंड सरकार ने जारी किया अलर्ट
दिलीप सिंह राठौड़
  • देहरादून,
  • 27 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 11:37 AM IST

  • स्वास्थ्य विभाग ने पंतनगर और जॉलीग्रांट एयरपोर्ट में किया अलर्ट
  • नेपाल और चीन सीमा से लगे जिलों में भी अलर्ट जारी किया गया

कोरोना वायरस ने चीन से निकलकर अन्य देशों में भी पांव पसारने शुरू कर दिए हैं. भारत में भी कोरोना वायरस के फैलने की आशंका के चलते सर्तकता बरती जा रही है. उत्तराखंड में भी स्वास्थ्य विभाग ने पंतनगर और जॉलीग्रांट एयरपोर्ट में अलर्ट जारी किया है.  

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प्रदेश के दोनों एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग के निर्देश

उत्तराखंड की डीजी हेल्थ डॉ. अमिता उप्रेती ने बताया कि भारत सरकार की गाइडलाइन आ चुकी है. इसमें जॉलीग्रांट और पंतनगर एयरपोर्ट से समन्वय स्थापित करते हुए यह निर्देश दिया गया है कि चीन से यदि कोई पैसेंजर आ रहा है तो उसकी स्क्रीनिंग की जाए. साथ ही कहा गया है कि अगर कोई संदिग्ध मरीज बुखार से पीड़ित है तो उसे वहीं रोक दिया जाए ताकि उसकी स्क्रीनिंग की जा सके. यदि स्क्रीनिंग करने के बाद कोई भी लक्षण पाए जा रहे हैं तो उनको आइसोलेट किया जाए.

नेपाल बॉर्डर पर भी जांच

विभाग ने नेपाल और चीन सीमा से लगे जिलों में भी अलर्ट जारी किया है. नेपाल बॉर्डर के आसपास आने जाने वाले लोगों के लिए चिकित्सकों की टीमें लगाई गई है. बॉर्डर पर लोगों की स्क्रीनिंग करके उनसे पूछताछ की जा रही है. यात्रियों से पूछा जा रहा है कि क्या वह वेस्ट चाइना की यात्रा करके तो नहीं आए हैं? यदि उनमें से किसी व्यक्ति में कफ और बुखार के सिम्टम्स पाए गए तो उनके घर को भी ट्रेस किया जाएगा.

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अगर ऐसे मरीजों में कोई भी लक्षण पाए जाते हैं तो उस मरीज को आइसोलेट करके दिल्ली स्थित सेंटर को सूचित किया जाएगा, विभाग के मुताबिक कोरोना वायरस को लेकर एक रणनीति के तहत सभी डॉक्टरों को अलर्ट पर रखा गया है.

इस वायरस की कोई वैक्सीन नहीं

अभी तक इस वायरस से निजात पाने के लिए कोई वैक्सीन नहीं बनी है, लेकिन इसके लक्षणों के आधार पर चिकित्सक इसके इलाज में दूसरी जरूरी दवाओं का उपयोग कर रहे हैं. साथ ही साथ इसकी वैक्सीन तैयार करने पर भी काम चल रहा है.

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ये हैं लक्षण

कोरोना वायरस के मरीजों में आमतौर पर जुखाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, बुखार जैसे शुरुआती लक्षण देखे जाते हैं. इसके बाद ये लक्षण न्यूमोनिया में बदल जाते हैं और किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं. इसमें फेफड़े में गंभीर किस्म का संक्रमण होता है. मरीज को वेंटिलेटर पर रखना पड़ता है.

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