Advertisement

कोरोना वायरस से जुड़े 10 अहम सवालों के जवाब, जिन्हें हर कोई जानना चाहता है

आम आदमी कोरोना वायरस को लेकर जुड़ी बातों को आसान शब्दों में जानना चाहता है. इसी मकसद से आजतक/इंडिया टुडे ने जसलोक अस्पताल के संक्रामक रोग विभाग के निदेशक डॉ. ओम श्रीवास्तव के साथ खास बातचीत की.

कोरोना वायरस से विश्व में हाहाकार कोरोना वायरस से विश्व में हाहाकार
पंकज उपाध्याय
  • नई दिल्ली,
  • 20 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 4:50 PM IST

  • कोरोना वायरस से विश्व में हुईं कई मौतें
  • कोरोना वायरस से लोगों में डर पसरा है

कोरोना वायरस को लेकर जहां दुनिया भर में खौफ है. वहीं इसे लेकर तरह-तरह की भ्रांतियां भी फैल रही हैं. सोशल मीडिया पर कई तरह के वीडियो भी कोरोना वायरस पर भ्रम बढ़ाने का काम कर रहे हैं. आम आदमी कोरोना वायरस को लेकर जुड़ी बातों को आसान शब्दों में जानना चाहता है. इसी मकसद से आजतक/इंडिया टुडे ने जसलोक अस्पताल के संक्रामक रोग विभाग के निदेशक डॉ. ओम श्रीवास्तव के साथ खास बातचीत की. कोरोना वायरस को लेकर सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले दस सवालों को हमने डॉ श्रीवास्तव के सामने उठाया.

Advertisement

सवाल 1- क्या कोरोना वायरस का मतलब मौत है?

डॉ श्रीवास्तव- ये आंशिक तौर पर सच है. हां, अभी तक इसका कोई इलाज सामने नहीं आया है लेकिन जिसका वायरस के लिए पॉजिटिव टेस्ट आया है, उसकी मौत ही होगी, ये कहना भी सही नहीं है. अभी तक के आंकड़े बताते हैं मृत्यु दर 1.5 से 2% है. इसका ट्रीटमेंट कोई निश्चित नहीं है. वो बस सपोर्टिव है. अभी तक इसके लिए कोई विशिष्ट एंटीडोट, एंटीवायरल या वैक्सीन नहीं बना है. लेकिन जिन्हें सही वक्त पर सपोर्टिव केयर मिल जाता है. उनकी रिकवरी भी देखी गई है.

सवाल 2 :  इस घातक वायरस को गढ़ा गया और दहशत के मकसद से फैलाया गया?  

डॉ श्रीवास्तव- ये सब अटकलें हैं और ऐसे दावों के समर्थन में कोई सबूत नहीं है. जब तक कुछ साबित नहीं हो जाता लोगों को ऐसी अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए. ऐसी बातें सिर्फ भ्रम और बेचैनी बढ़ाती हैं. लोगों को तथ्यों और वास्तविकता के साथ रहना चाहिए.

Advertisement

सवाल 3-  क्या ये वायरस चीन तक ही सीमित है?

डॉ श्रीवास्तव- अभी तक चीन के अलावा 28-29 और देशों में भी ये वायरस पाया गया है. ये फैल सकता है लेकिन वैसे नहीं जैसे चीन में फैला. इसकी वजह ये है कि चीन सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)  ने जिस तरह के प्रतिरोधात्मक कदम उठाए, उनसे वायरस के फैलने को बहुत सीमित कर दिया गया है.

यह भी पढ़ें: इन इंडस्ट्री सेक्टर पर कोरोना का असर, मोदी सरकार जल्द कर सकती है महत्वपूर्ण ऐलान

सवाल 4- क्या भारत में लोगों को मास्क पहनने चाहिए?

डॉ श्रीवास्तव- साक्ष्य बताते हैं कि मास्क पहनने से अतिरिक्त कोई लाभ नहीं होता. अगर आप मरीज के साथ हैं, या किसी मरीज को ट्रांसफर कर रहे हैं या ऐसे व्यक्ति की देखभाल कर रहे हैं जिसमें लक्षण दिख रहे हैं तो आपको अवश्य मास्क पहनने चाहिए. सार्वजनिक स्थान पर मास्क पहन कर घूमने से आपको कोई अतिरिक्त लाभ नहीं होगा. एयरपोर्ट जैसी जगह पर जहां दूसरे देशों से बहुत सारे यात्री आ रहे हैं, वहां ये पता लगाना मुश्किल होता है कि किसे इंफेक्शन है. ऐसे में अगर आप एयरपोर्ट पर खुद को भीड़ से दूर रखने की स्थिति में नहीं है तो मास्क पहनने का औचित्य है.

Advertisement

सवाल 5-  क्या इस वायरस का उस बीयर से कोई जुड़ाव है, जिसका ब्रैंड नेम इससे मिलता है? और क्या मांसाहारी खाना खाने से कोई दिक्कत पेश आती है?

डॉ श्रीवास्तव- इसमें आपस में कोई जुड़ाव नहीं है. सिर्फ नाम ही मेल खाता है. मांसाहारी खाना छोड़ने की भी कोई जरूरत नहीं है. अपने खान-पान को ऐसी अफवाहों को लेकर मत बदलिए. अभी तक इस तरह का कोई सबूत सामने नहीं आया है जो इसकी पुष्टि करता हो. जब तक आप ताजा और अच्छी तरह पका हुआ खाना खाते हैं, फिक्र करने की आवश्यकता नहीं है. लेकिन कई तरह के मीट उपलब्ध होते हैं. जो सही तरह से पका ना हो या जिसके बारे में आप सुनिश्चित नहीं हो कि उसका सोर्स क्या है तो बेहतर यही है कि उससे दूर ही रहा जाए.   

सवाल 6- अगर चीन से कोई पैकेट/पार्सल आया है तो क्या वो खतरनाक हो सकता है?

डॉ श्रीवास्तव- ऐसा होने के आसार बहुत कम है लेकिन इसे पूरी तरह खारिज नहीं किया जा सकता. ये वायरस नया है इसलिए नोवेल कहा जा रहा है. हम इस वायरस के बारे में ज्यादा नहीं जानते. जो कुछ भी सीखा गया है वो पिछले दो महीने में हुआ है. इसलिए हर दिन नई जानकारियां सामने आ रही हैं. ये सिर्फ एक अनुमान ही है कि वायरस किसी उत्पाद पर एक निश्चित समय तक बना रहता है.

Advertisement

कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक ये 4 दिन तक बना रहता है. लेकिन हम डॉक्टर हर दिन नई खबर देखते हैं. सावधानी बरतने में ही सुरक्षा है. अगर आपको किसी उत्पाद पर शक है तो उसकी सतह को अच्छी तरह साफ करने से वायरस को दूर किया जा सकता है. हाथ साफ करने के लिए कई तरह के अल्कोहल आधारित वॉश आते हैं. ऐसे क्लीनिंग उत्पाद अस्पतालों में भी होते हैं. लेकिन बेहतर यही होगा कि संदेह होने पर खुद कुछ करने की जगह स्वास्थ्य विशेषज्ञ को इस प्रक्रिया में शामिल किया जाए. 

यह भी पढ़ें: Coroan पर जीत: चीन से लौटे सभी 406 लोगों की सैन्य अस्पताल से छुट्टी

सवाल 7- क्या पालतू कुत्ता भी कोरोना वायरस का संवाहक (कैरियर) हो सकता है?

डॉ श्रीवास्तव: इस तरह के दावे की पुष्टि करने वाला कोई सबूत नहीं है. अपने पालतू जानवरों से प्रेम करना जारी रखिए.

सवाल 8-  आम आदमी को क्या बुनियादी सावधानियां बरतनी चाहिए?

डॉ श्रीवास्तव- सबसे अहम है एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को संक्रमण रोका जाए. इसका मतलब है कि जितनी ज्यादा बार आप अपने हाथ धोएंगे, उतना ही इस चक्र (साइकल) को तोड़ने में मदद मिलेगी. अल्कोहल आधारित हैंड-रब को हमेशा तैयार रखना चाहिए और इस्तेमाल करना चाहिए.

Advertisement

सवाल 9- खांसी और छींक से भी संक्रमण एक अन्य मुद्दा है?

डॉ श्रीवास्तव- इसके लिए बेहतर हाइजिन (साफ-सफाई) का ध्यान रखना जरूरी है.

सवाल 10 - अधिकतर यात्राएं करने वाले या घूमने के शौकीन जानना चाहते हैं कि वो जापान, हॉन्ग कॉन्ग, दक्षिण कोरिया या थाईलैंड जाने से कितने लंबे वक्त तक बचें?

डॉ श्रीवास्तव- प्रभावित जगहों पर कड़ी निगरानी वाली सुविधाएं हैं. लेकिन जिन देशों को क्लीयरेंस मिल जाती है वहां कोई फिक्र वाली बात नहीं है. ऐसे में बंदिशों की जरूरत नहीं है. सतर्क रहने की आवश्यकता है. अगर ऐसे कोई संदेह हैं तो जानकारी के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की कई वेबसाइट उपलब्ध हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वेबसाइट भी है. उन्हें देखने के बाद ही आप कोई फैसला ले सकते हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement