
चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस दुनिया भर में पैर पसारता चला जा रहा है. चीन के वुहान शहर से सभी देश अपने नागरिकों को निकालने में लगे हुए हैं. भारत भी चीन के वुहान और जापान से भारतीय नागरिकों के साथ ही विदेशियों को निकाल रहा है. गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि चीन के वुहान और जापान से 195 भारतीयों और 41 विदेशी नागरिकों को आज सुबह दो विशेष उड़ान में भारत लाया गया.
उन्होंने बताया कि अब तक कुल 842 भारतीयों और 48 विदेशी नागरिकों को चीन और जापान से निकाला जा चुका है. चीन और जापान से लाए गए सभी लोगों को डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की निगरानी में रखा गया है. अगर जांच में किसी के कोरोना वायरस की चपेट में आने की बात सामने आती है, तो उनको अलग वार्ड में रखा जाएगा, जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिलेंगे, उनको छुट्टी दे दी जाएगी.
दिल्ली हिंसा पर ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉरपोरेशन (OIC) के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रवीश कुमार ने कहा कि ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉरपोरेशन का बयान भ्रामक और गलत है. दिल्ली में हालात को सामान्य करने के लिए जमीनी स्तर पर काम किया जा रहा है. हम ऐसे संगठनों से अपील करते हैं कि वो किसी भी तरह का गैर जिम्मेदाराना बयान न दें.
जब उनसे सवाल किया गया कि क्या म्यांमार के राष्ट्रपति यू विन मिन्ट और पीएम मोदी के बीच रोहिंग्या मसले पर चर्चा हुई है, तो उन्होंने कहा कि म्यांमार के राष्ट्रपति के दौरे के समय दोनों देशों के बीच 4-5 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे, जो रखाइन प्रांत के सामाजिक और आर्थिक विकास से संबंधित हैं.
अप्रैल तक कोरोना वायरस पर चीन पा सकता है काबू
वहीं, चीन में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या 2 हजार 744 पहुंच गई है, जबकि 78 हजार 497 लोगों के कोरोना वायरस की चपेट में आने की पुष्टि हुई है. गुरुवार को चीन के हेल्थ एक्सपर्ट ने दावा किया कि देश में कोरोना वायरस के प्रकोप पर अप्रैल के आखिरी तक काबू पा लिया जाएगा.
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साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट अखबार ने चीन के रेस्पिरेटरी डिसीज स्पेशलिस्ट झोंग नानशन के हवाले से कहा कि वुहान में ही कोरोना वायरस का सबसे अधिक कहर है, क्योंकि बाकी शहरों में इसका इतना प्रकोप नहीं देखा गया है. यह 15 फरवरी के बाद कोरोना वायरस के मामले घटने लगे. हमारा पूवार्नुमान कुछ विदेशी आधिकारिक विशेषज्ञों से मिलता जुलता था. हमको उम्मीद है कि कोरोना वायरस पर अप्रैल में काबू पा लिया जाएगा.
किस देश में कोरोना वायरस के कितने मामले
चीन के बाहर दुनिया के दूसरे देशों यानी दक्षिण कोरिया में 1595 लोगों, जापान में 894, इटली में 447, ईरान में 139 लोगों, सिंगापुर में 93, हांगकांग में 91, अमेरिका में 60, थाईलैंड में 40, बहराईन में 33, ताइवान में 31, ऑस्ट्रेलिया में 23, मलेशिया में 22, जर्मनी में 24, फ्रांस में 18, कुवैत में 18, वियतनाम में 16, ब्रिटेन में 13, संयुक्त अरब अमीरात में 13 और कनाडा में 12 लोगों के कोरोना वायरस के चपेट में आने की खबर है.
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इसके अलावा स्पेन में 12, मकाऊ में 10, ईराक में पांच, क्रोएशिया में तीन, भारत में तीन, फिलीपींस में तीन, ओमान में दो, फिनलैंड में दो, रूस में दो, पाकिस्तान में दो, इजरायल में दो, ऑस्ट्रिया में दो, अफगानिस्तान में एक, जॉर्जिया में एक, अल्जेरिया में एक, रोमानिया में एक, ब्राजिल में एक, स्विजरलैंड में एक, नॉर्थ मेसेडोनिया में एक, नॉर्वे में एक, मिस्र में एक, लेबनान में एक, कंबोडिया में एक, नेपाल में एक, श्रीलंका में एक, स्वीडन में एक और बेल्जियम में एक व्यक्ति के चपेट में आने की पुष्टि हुई है.