
उज्जैन में कोरोना वायरस के दो संदिग्ध मरीजों के मिलने की घटना के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या जानलेवा वायरस मध्य प्रदेश में भी फैल सकता है? इसी खतरे को देखते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की.
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने निर्देश दिए कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए जाएं. बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश के सभी जिलों में इस वायरस से निपटने के लिए सभी संभागायुक्त और कलेक्टरों के अलावा सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं और सभी जिलों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक में कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के मामले में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाए. सभी अफसर सजग रहें और जहां भी किसी व्यक्ति में संभावित लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत उसकी जांच की जाए. जल्द से जल्द उसका इलाज शुरू किया जाए.
बैठक में बताया गया कि केन्द्र सरकार द्वारा कोरोना वायरस की जांच के लिए पुणे की आईसीएमआर संस्था को अधिकृत किया गया है. इसलिए आवश्यकता होने पर सैम्पल लेकर यहां जांच के लिए भेजे जाएं. कोरोना वायरस से निमोनिया के प्रकरण पाए गए हैं.
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इस वायरस से सामान्य सर्दी-खॉसी, एमईआरएस तथा एसएआरएस जैसी गंभीर बीमारियां होती हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि देश के सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर चीन से आने वाले यात्रियों की विशेष स्क्रीनिंग की जा रही है इसलिए मध्य प्रदेश के भी सभी बड़े हवाई अड्डों पर इंतजाम शुरू होने चाहिए.
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संदिग्ध कोरोना वायरस की नेगेटिव रिपोर्ट
इस बीच राहत की खबर ये है कि उज्जैन में कोरोना वायरस के दोनों संदिग्ध मरीजों के जो सैंपल पुणे भेजे गए थे वहां से नेगेटिव रिपोर्ट आई है. रिपोर्ट में दोनों मरीजों में कोरोना वायरस के ना होने की पुष्टि हुई है. इसके बाद दोनों मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. बता दें कि कुछ ही दिन पहले चीन के वुहान शहर से आए मेडिकल छात्र और उसकी मां में संदिग्ध लक्षण दिखने पर उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया था.