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कोरोना से बचाव: IIT दिल्ली के पूर्व छात्रों के स्टार्टअप ने बनाया नासो मास्क

आईआईटी-दिल्ली के पूर्व छात्रों के स्टार्टअप नेनोक्लीन ने मास्क की समस्या से निपटने के लिए एक उत्पाद, नासो मास्क लॉन्च किया है. जानिए- क्या है कीमत, कितनी है सप्लाई.

नासोमास्क (Image: Facebook) नासोमास्क (Image: Facebook)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 06 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 7:42 PM IST

  • बाजार में मास्क की कमी के चलते इसे अच्छा रिसपांस मिल रहा
  • नासो मास्क उत्पाद 149 रुपये में खुदरा मूल्य में बेचा जा रहा है

इस वक्त दुनिया के छह महाद्वीप कोरोना वायरस का खतरा महसूस कर रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) इस महामारी के चलते ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोष‍ित की है. भारत में कोरोना का खतरा आते ही बाजारों में मास्क की भारी कमी देखने को मिल रही है.

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यही नहीं नकली मास्क का प्रसार भी हो रहा है जो नामी ऑनलाइन साइटों पर बेचे जा रहे हैं. दूसरी तरफ सरकारें इस प्रकोप को रोकने के लिए पहल कर रही हैं. इसी क्रम में आईआईटी-दिल्ली के पूर्व छात्रों के स्टार्टअप नेनोक्लीन ने मास्क की समस्या से निपटने के लिए एक उत्पाद, नासो मास्क लॉन्च किया है.

नासो मास्क के अब तक पांच लाख से ज्यादा पैक बेचे जा चुके हैं. नॉनटेक के सह संस्थापक और सीईओ प्रतीक शर्मा ने बताया कि बीते 30 दिनों में स्टार्टअप ने पांच करोड़ रुपये से ज्यादा का राजस्व अर्ज‍ित किया है. ये अपने सामान्य व्यवसाय का दस गुना कर रहा है. भारत और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में मास्क की कमी के चलते इसे अच्छा रिस्पांस मिल रहा है.

दिल्ली स्थित नेनोक्लीन स्टार्टअप इससे पहले प्रदूषित हवा के लिए नेनोक्लीन एसी फिल्टर बनाकर चर्चा में आया था. इसके अलावा कम लागत में बनने वाले 'नैसो फिल्टर' भी लोगों को बहुत पसंद आए. नैसो फिल्टर एक प्रकार का नाक का फिल्टर है जिसकी कीमत केवल 10 रुपये है.

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प्रतीक का कहना है कि स्टार्टअप को चीन के सरकारी अधिकारियों द्वारा भी सूचित किया जा रहा है. चीन में हर दिन कम से कम 500 मिलियन फेस मास्क की आवश्यकता होती है और चीन के पास प्रतिदिन केवल 100 मिलियन उत्पादन की क्षमता है.

प्रतीक का कहना है कि दैनिक आधार पर, हम प्रभावित क्षेत्रों में अपने उत्पादों का निर्यात कर रहे हैं. वो बताते हैं कि साल 2017 में भारत के राष्ट्रपति ने नैनोक्लीन को बेस्ट स्टार्टअप नेशनल अवार्ड से नवाजा था.

कैसे बनाया जाता है नासो मास्क, कितना सुरक्ष‍ित

उनका कहना है कि नैसो मास्क एक एन 95/एफएफपी 2 ग्रेड फेस मास्क है और विशेष रूप से संक्रामक वायरस से बचाने के लिए बनाया गया है. "यह वायरस के खिलाफ 99 प्रतिशत से अधिक की दक्षता के लिए परीक्षण किया जाता है," नासो मास्क नैनो फाइबर तकनीक से बना एक चार-स्तरीय उत्पाद है. इसे बनाने में नैनो फाइबर परत को मास्क के अंदर डाला जाता है जो वायरस, बैक्टीरिया और अल्ट्रा-फाइन डस्ट को रोकने में कारगर होता है.

ये है कीमत

प्रतीक ने बताया कि नासो मास्क उत्पाद 149 रुपये में खुदरा मूल्य में बेचा जा रहा है. लेकिन थोक ऑर्डर में कीमत और भी कम है. जब से कोरोनो वायरस का प्रकोप शुरू हुआ, स्टार्टअप ने नासो मास्क के 5 लाख से अधिक पैक बेचे हैं.

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