
दुनिया के कई देशों में जानलेवा साबित हो चुका कोरोना वायरस अब भारत में भी तेजी से बढ़ रहा है. भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 50 के पार पहुंच चुका है. ऐसे में भारत का स्वास्थ्य मंत्रालय भी हाई अलर्ट पर है. उत्तराखंड में भी कोरोना संक्रमण को लेकर पूरी सतर्कता बरती जा रही है, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत खुद मॉनीटिरिंग कर रहे हैं.
केंद्र सरकार ने सभी जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों को अलर्ट पर रखा है, इसके साथ ही कई माध्यमों से जनता को जागरूक करने की कोशिश की जा रही है. खास बात यह है कि अब उत्तराखंड में धर्मगुरु भी धार्मिक स्थानों पर लोगों को जागरुक करेंगे.
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राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को कहा कि अब धार्मिक स्थलों पर धर्मगुरुओं के द्वारा कोरोना वायरस को लेकर लोगों को जागरूक किया जाएगा. सीएम रावत ने कहा कि प्रदेश के सभी धार्मिक स्थानों पर वहां के धर्मगुरु लोगों को कोरोना से बचाव के तरीके बताएंगे.
सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि इस बीमारी से बचाव के तरीकों को जनता तक पहुंचाने के लिए जल्द ही धर्मगुरु मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के उपाय बताएंगे. इसके अलावा कोरोना वायरस से बचाव और जागरूकता के लिए उत्तराखंड सरकार ने सेनेटाइजर एवं हैंडवॉश का लाइसेंस व उत्पादान और बढ़ाने को कहा है. अभी राज्य में फार्मा की तकरीबन 250 कंपनियां हैं, जिनमें 50 के पास ही सिर्फ सेनेटाइजर और हैंडवॉश का लाइसेंस है. ऐसे में दिल्ली समेत कई हिस्सों में संक्रमण की बढ़ोतरी के चलते इसके उत्पादन को बढ़ाने का निर्णय लिया गया है.
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राज्य औषधि नियंत्रक ताजबर सिंह ने बताया कि कोरोना से निपटने के लिए सरकार कई काम कर रही है. राज्य में 250 फार्मा कंपनियां हैं, जिनमें महज 50 के पास ही हैंडवॉश और सेनेटाइजर के लाइसेंस हैं. ऐसे में इसे बढ़ाने को कहा गया है. सिंह ने बताया कि उन सभी फार्मा कंपनियों को सेनेटाइजर व हैंडवॉश के प्रोडक्ट के उत्पादन को बढ़ाने को कहा गया है, जिसके पास इसे बनाने की क्षमता है.