
भारत में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और गुरुवार को ये संख्या 73 तक पहुंच गई है. जिस भी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई देते हैं, उसे 14 दिनों तक कड़ी निगरानी में रखा जा रहा है. केरल में जिन 3 मरीजों को ठीक किया जा चुका है, उनमें से सबसे पहली सर्वाइवर ने बताया है कि इन 14 दिनों की निगरानी में क्या होता है. आइसोलेशन वार्ड के अंदर किस तरह का ट्रीटमेंट किया जाता है.
इंडिया टुडे से फोन पर बात करते हुए महिला ने कहा कि वह सभी देशवासियों से अपील करती हैं कि निगरानी को लेकर किसी तरह की घबराने की जरूरत नहीं है. 14 दिनों तक जब वह निगरानी में रहीं तो आसानी से सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रही थीं, फोन का यूज़ कर रही थीं और फिल्में देख रही थीं.
आइसोलेशन में तनाव दूर करने के बारे में महिला ने बताया कि रोजाना साइक्लोजिस्ट आपसे बात करते हैं और काउंसलिंग करते हैं. 14 दिन की निगरानी के बाद बाहर आने के बाद उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई है.
गौरतलब है कि भारत में अबतक कोरोना वायरस के कुल 73 केस सामने आए हैं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से ये जानकारी दी गई है. इन 73 में से 3 केस का इलाज किया जा चुका है और ये तीनों ही केस केरल से थे. वैसे केरल में कोरोना वायरस के अबतक कुल 17 केस सामने आए हैं, जो भारत में किसी भी राज्य में सबसे ज्यादा हैं.
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गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने लोकसभा में जानकारी दी कि देश में अभी कुल 51 लैब बनाई गई हैं, उनमें कोरोना वायरस की जांच की जा रही है. जबकि कुल 56 जगह पर कलेक्शन किया जा रहा है. अभी देश में कुल 30 एयरपोर्ट पर लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है, अबतक 10 लाख से अधिक लोगों की चेकिंग की जा चुकी है.