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US ने बदला अपना फैसला, सीमित संख्या में चीनी विमानों को देगा एंट्री

शुक्रवार को ट्रंप प्रशासन ने कहा कि अमेरिका में चीनी एयरलाइंस को सीमित संख्या में ही उड़ानों को संचालित करने दिया जाएगा.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
aajtak.in
  • वॉशिंगटन,
  • 06 जून 2020,
  • अपडेटेड 5:27 AM IST

  • ट्रंप प्रशासन ने सभी चीनी विमानों पर पाबंदी लगाने का किया था ऐलान
  • कोरोना के फैलने को लेकर अमेरिका और चीन के बीच चल रही तनातनी

कोरोना वायरस के संकट को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तनातनी लगातार जारी है. इस तनाव के बीच ट्रंप प्रशासन ने चीन से आने वाली सभी उड़ानों पर पाबंदी लगाने का ऐलान कर दिया था, जो 16 जून से लागू होनी थी. हालांकि अब अमेरिकी प्रशासन ने अपने फैसले से यूटर्न ले लिया है और चीन के विमानों को संचालित करने की छूट देने को कहा है.

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शुक्रवार को ट्रंप प्रशासन ने कहा कि अब अमेरिका में चीनी एयरलाइंस को सीमित संख्या में ही उड़ानों को संचालित करने दिया जाएगा. चीन द्वारा कोरोना को लेकर लगाई गई पाबंदी को कम करने और अपने यहां अधिक संख्या में विदेशी विमान के संचालन की अनुमति देने के बाद अमेरिका प्रशासन का यह ताजा फैसला सामने आया है.

इन प्रतिबंधों ने अमेरिकी एयरलाइंस यूनाइटेड और डेल्टा के व्यवसायिक विमानों के संचालन को अमेरिका और चीन के बीच फिर से शुरू करने का रास्ता बंद कर दिया था. अमेरिकी ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच हर सप्ताह चीनी यात्री एयरलाइंस को दो राउंड-ट्रिप उड़ान भरने दिया जाएगा. इनकी संख्या उतनी ही होगी, जितनी चीन अमेरिका के व्यवसायिक विमानों को संचालित करने की इजाजत देगा.

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अभी तक अमेरिका और चीन के बीच चार चीनी एयरलाइंस के विमान उड़ान भरते हैं. वहीं, कोरोना वायरस के चलते अमेरिका की यूनाइटेड एयरलाइंस, डेल्टा एयरलाइंस और अमेरिकन एयरलाइंस की उड़ानें पूरी तरह बंद हैं. यूनाइटेड एयरलाइंस और डेल्टा एयरलाइंस ने इस महीने फिर से उड़ानों को संचालित करने के लिए चीन से इजाजत मांगी थी.

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आपको बता दें कि बुधवार को अमेरिका के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने चीनी एयरलाइंस पर बैन लगाने की घोषणा की थी. इस फैसले के बाद चीन की उड़ानों पर अमेरिका में प्रवेश पर बैन लग जाता. अमेरिका ने ये कदम तब उठाया था, जब दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के बीच फ्लाइट्स को लेकर मौजूदा समझौते का पालन करने में चीन नाकाम रहा. साथ ही कोरोना से मची तबाही को लेकर भी अमेरिका और चीन के बीच संबंधों में कड़वाहट आई है.

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