
चीन में पढ़ाई कर रहे पाकिस्तानी छात्रों के बहुत से वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें वह अपनी देश की सरकार से भावुक अपील करते हुए भारत से सीख लेने और उन्हें वापस देश बुलाने की मांग कर रहे हैं. चीन में कोरोना वायरस के चलते 300 से अधिक लोग मारे गए हैं और लगभग 14 हजार लोग संक्रमित हैं.
वायरल हो रहे वीडियो में से एक को पाकिस्तानी पत्रकार नायला इनायत ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया. 51 सेकेंड के इस वीडियो को शेयर करते हुए इनायत ने लिखा, "वुहान में फंसे एक पाकिस्तानी छात्र ने दिखाया है कि कैसे भारतीय विद्यार्थियों को उनकी सरकार बाहर निकाल रही है, जबकि पाकिस्तान की सरकार ने अपने यहां के विद्यार्थियों को वहीं मरने के लिए छोड़ दिया है."
वीडियो में एक पाकिस्तानी विद्यार्थी अपने छात्रावास की खिड़की से नीचे का दृश्य दिखा रहा है, जिसमें एक बस में कुछ लोगों को चढ़ते हुए देखा जा सकता है. वीडियो को पोस्ट करते हुए छात्र ने दावा किया कि यह चीन में भारतीय दूतावास की ओर से आई हुई बस है, जो अपने नागरिकों को यहां से सुरक्षित बाहर निकालने आई है.
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छात्र कहता है, "अस्सलाम वालेकुम दोस्तों, जिन्हें आप देख रहे हैं, ये भारतीय छात्र हैं. इनकी एम्बेसी (भारतीय दूतावास) की ओर से यह बस इन्हें लेने के लिए आई है. ये वुहान के विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थी हैं. वाहन में बैठाकर इन्हें हवाई अड्डे ले जाया जाएगा, जहां से फिर यह अपने वतन जाएंगे. बांग्लादेश वाले भी निकाल लिए जाएंगे और एक हम हैं, यहां फंसे पाकिस्तानी जिनकी सरकार यह कहती है कि आप जिंदा रहो, मरो, जियो संक्रमित हो जाओ, हम आपको नहीं निकालेंगे."
छात्र आगे कहता है, "शर्म करो पाकिस्तानी सरकार, भारत सरकार से कुछ सीखो कि कैसे वह अपने नागिरकों का ख्याल रखती है."
पाकिस्तानी पत्रकार द्वारा पोस्ट किए गए इस वीडियो पर 15 हजार से अधिक लाइक हैं और इसे 6,766 बार रिट्वीट किया गया है.
इसके अलावा एक अन्य वीडियो में पाकिस्तानी अपने देश की सरकार से भावुक अपील कर रहा है कि वह और कुछ और पाकिस्तानी नागरिक वुहान में फंसे हुए हैं और उन्हें यहां से निकाला जाए.
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90 सेकेंड के वीडियो में छात्र लोगों का अभिवादन करते हुए कह रहा है, "मैं पाकिस्तानी हूं और मेरा नाम नदीम अबाज है. मैं यह वीडियो चीन के शहर वुहान से बना रहा हूं, जहां 500 से अधिक पाकिस्तानी फंसे हुए हैं. बीते दिन मेरे विश्वविद्यालय के चार छात्रों के कोरोनावायरस से संक्रमित होने की पुष्टि की गई है और वे अस्पताल में गंभीर अवस्था में भर्ती हैं. इसलिए हम पाकिस्तानी सरकार से और दूतावास से अपील करते हैं कि वे यहां से निकलने में हमारी मदद करें, क्योंकि दिन पर दिन यहां के हालात बिगड़ रहे हैं. वायरस से हजारों लोग पहले ही संक्रमित हो चुके हैं और कई की मौत भी हो गई है. वायरस हर दिन फैल रहा है और अभी तक इसके रोकथाम का कोई हल नहीं निकला है. इसलिए मैं आपसे एक बार फिर अनुरोध करता हूं कि हमें यहां से बचाएं."
छात्र ने आगे कहा कि हमने जब अधिकारियों से बात की तो उन्होंने हमें चीनी सरकार के साथ सहयोग करने के लिए कहा.
छात्र ने लिखा, "हां, हम सहयोग कर रहे हैं. लेकिन अब विश्वविद्यालय ने हमें मेल भेजा है कि हम चीन से जा सकते हैं. इसलिए कृपया कार्रवाई करें और हमारे लिए कुछ करें. वरना हम यही मर जाएंगे. हमारे परिजन और रिश्तेदार पाकिस्तान में हमारी राह देख रहे हैं। इसलिए कृपया कोई कदम उठाए."
वहीं पाकिस्तान के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि विपक्ष की कड़ी आलोचना के बावजूद, पाकिस्तान सरकार ने वायरस से प्रभावित चीन में फंसे पाकिस्तानियों को वहां से ना निकालने के अपने पहले के निर्णय पर अडिग रहने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यह कदम उठाना मजबूरी है. पाकिस्तान सरकार, चीन के संपर्क में है और वहां अपने नागरिकों के लिए जरूरी व्यवस्थाएं कर रही है.
(IANS के इनपुट के साथ)