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हॉटस्पॉट तेलंगाना: बढ़ते केस, कम टेस्टिंग से कोरोना के खिलाफ राज्य की लड़ाई पर असर

25 मई तक, तेलंगाना में किसी भी एक दिन में 100 से अधिक केस सामने नहीं आए थे. फिर 6 जून को, इसने 200 केस एक ही दिन में रिपोर्ट किए. अब, 17 जून से 21 जून के बीच पांच दिनों में, तेलंगाना में लगभग 2,400 केस जुड़े. ये संख्या इसके कुल केसों की एक तिहाई है.

कोरोना का कहर जारी (फाइल फोटो-PTI) कोरोना का कहर जारी (फाइल फोटो-PTI)
aajtak.in
  • चेन्नई,
  • 24 जून 2020,
  • अपडेटेड 12:31 PM IST

  • पिछले हफ्ते से तेलंगाना में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी
  • तेलंगाना में अब हर 11 दिन में कोरोना केस दोगुने हो रहे

महाराष्ट्र, दिल्ली और तमिलनाडु में भारत में Covid-19 केसों का सबसे अधिक बोझ है. लेकिन पिछले कुछ दिनों से, तेलंगाना में भी चिंताजनक ढंग से केसों की संख्या बढ़ रही है. 21 जून को तेलंगाना में 730 नए केस दर्ज हुए, यह संख्या देश में तीन सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्यों के बाद चौथी सबसे ऊंची रही.

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21 जून तक तेलंगाना में कुल 7,800 केस रिपोर्ट हुए. 3.5 करोड़ लोगों की आबादी वाला तेलंगाना आबादी के अनुपात से अब भी सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्यों से लंबी दूरी पर है. हर दस लाख की आबादी पर 210 केसों के साथ यह राज्य ज्यादा Covid-19 बोझ वाले राज्यों में शामिल भी नहीं है.

लेकिन पिछले हफ्ते से, तेलंगाना ने केसों की संख्या में बड़ी बढ़ोतरी देखी है और अब केस दोगुनी होने की रफ्तार ऐसे सभी राज्यों से तेज है जहां कम से कम 5,000 केस रिपोर्ट हुए हैं. तेलंगाना में अब हर 11 दिन में केस दोगुने हो रहे हैं, जबकि ऐसा होने में दिल्ली में 13, तमिलनाडु में 17 और महाराष्ट्र में 24 दिन लग रहे हैं.

25 मई तक, तेलंगाना में किसी भी एक दिन में 100 से अधिक केस सामने नहीं आए थे. फिर 6 जून को, इसने 200 केस एक ही दिन में रिपोर्ट किए. अब, 17 जून से 21 जून के बीच पांच दिनों में, तेलंगाना में लगभग 2,400 केस जुड़े. ये संख्या इसके कुल केसों की एक तिहाई है.

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तेलंगाना में बीमारी का इपिसेंटर हैदराबाद बना हुआ है जहां राज्य के कुल 7,802 केसों में से 5,512 केस हैं, इस हफ्ते चिंताजनक ढंग से केसों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. राज्य की राजधानी में दैनिक नए केस 21 जून को 189 से बढ़ कर 659 हो गए.

लेकिन तेलंगाना की बड़ी समस्या इसकी केसों की संख्या नहीं है, बल्कि राज्य का बहुत कम टेस्टिंग रेट है. 21 जून तक, तेलंगाना की देश में सबसे अधिक टेस्ट पॉजिटिविटी दर (TPR) थी, इसके बावजूद इस राज्य ने अपने से कहीं छोटे राज्यों से भी कम टेस्ट किए हैं.

57,000 टेस्टिंग के साथ, तेलंगाना की TPR (टेस्टिंग के अनुपात में पॉजिटिव केस) 13.67 प्रतिशत थी जो सिर्फ महाराष्ट्र (16.5 प्रतिशत) और दिल्ली (16.15 प्रतिशत) से कम थी. यहां तक ​​कि अधिक केसों के बोझ वाले गुजरात (8.4 प्रतिशत) और तमिलनाडु (6.65 प्रतिशत) भी तेलंगाना से पीछे रहे.

इसके अतिरिक्त, तेलंगाना ने एक महीने के अंतराल के बाद 16 जून को अपने टेस्टिंग डेटा का खुलासा किया. अब जैसे कि राज्य ने जानकारी देना शुरू किया है, इस पर टेस्टिंग बढ़ाने का दबाव बढ़ गया है.

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