
बिहार में बुधवार को एक दिन में सबसे ज्यादा कोविड-19 केस दर्ज हुए. स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, राज्य में 15 जुलाई को 1,325 नए केस सामने आए. राज्य में लगातार चौथे दिन 1,000 से ज्यादा केस दर्ज किए गए हैं.
देश में कुल 9.4 लाख केस हैं. बिहार में अब तक करीब 20,000 केस हैं. केसों की संख्या के लिहाज से बिहार सभी भारतीय राज्यों में 11वें नंबर पर है, लेकिन हाल में जिस तेजी से केस बढ़े हैं, उसने बिहार के अधिकारियों को चिंता में डाल दिया है.
आंकड़ों से पता चलता है कि बिहार की राजधानी पटना में सात दिनों में 62 प्रतिशत केस बढ़े हैं. इस बढ़ोत्तरी के चलते 21 नए क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है. दरअसल, बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए बिहार के सभी 38 जिलों में 16 से 31 जुलाई के बीच 16 दिनों का लॉकडाउन लागू होने जा रहा है.
पटना जिले में 90 कंटेनमेंट जोन के लगभग 16,000 घरों में 80,000 के आसपास लोग हैं, जिन्हें बाहर निकलने से रोका जा रहा है. अधिकारियों ने घोषित किया है कि पटना सदर में 34 कंटेनमेंट जोन में करीब 400 घर हैं, जिनमें रह रहे 1,600 लोगों को बाहर निकलने से रोका जा रहा है. पटना शहर में करीब 6,700 घरों में करीब 27,000 लोगों को बाहर निकलने से मना किया गया है.
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पटना जिले में अन्य प्रभावित क्षेत्रों में दानापुर (21 जोन), पालीगंज (8 जोन) और मसौरही (7 जोन) हैं, जहां पर 9,000 घरों में करीब 46,000 लोग कैद हैं.
इंडिया टुडे की डाटा इंटेलीजेंस यूनिट (DIU) ने बिहार के सभी 38 जिलों के पिछले सप्ताह के आंकड़ों का विश्लेषण किया. ये आंकड़े 10 जुलाई तक के हैं. हमने पाया कि इस अवधि में बिहार के 7 जिलों में कोरोना के 30 प्रतिशत से ज्यादा केस सामने आए हैं.
हालांकि, अगर वास्तविक संख्या के लिहाज से देखा जाए तो भारत के सबसे प्रभावित जिलों की तुलना में ये बढ़ोत्तरी छोटी लग सकती है, लेकिन प्रतिशत के लिहाज से ये वृद्धि काफी ज्यादा है जिसने अधिकारियों को चिंता में डाल दिया है.
इस अवधि में सबसे ज्यादा 62 प्रतिशत केस पटना में बढ़े हैं और एक हफ्ते में केसों की संख्या 965 से 1,558 पहुंच गई है. इसके बाद वैशाली में 50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है और केसों की संख्या 216 से 323 पहुंच गई है. भागलपुर में 48 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई और केसों की संख्या 568 से 840 हो गई है.
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संक्रमण बढ़ने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने फिर से लॉकडाउन लागू कर दिया है. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को कहा, “कोरोना के लिए कोई दवा या वैक्सीन नहीं है. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम अपने चेहरे को मास्क, रूमाल या तौलिये से ढके रहें.”
भारत ने 25 मार्च से दुनिया का सबसे सख्त लॉकडाउन लागू किया था. इससे भारी आर्थिक नुकसान हुआ है सरकार कुछ चरणों में लॉकडाउन खोलने पर मजबूर हुई. लेकिन पिछले कुछ दिनों में देश में कोरोना के केसेज में भारी बढ़ोत्तरी हुई है.
9 जुलाई से 14 जुलाई के बीच भारत में एक लाख से अधिक नए केस सामने आए. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में 15 जुलाई को 29,429 केस दर्ज हुए. यह अब तक की एक दिन में हुई सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी है.