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केरल में सोलर पावर घोटाले में राज्य के मुख्यमंत्री ओमान चांडी की मुश्किलें बढ़ती नजर रही हैं. घोटाले की मुख्य आरोपी सरिता नायर की ओर से रिश्वत दिए जाने के आरोप लगने के बाद अब गुरुवार को त्रिशूर कोर्ट ने उनके खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए हैं.
इसके पहले एसआईटी ने उनसे 14 घंटे तक पूछताछ की थी. वहीं, तिरुवनंतपुरम में भी इस मामले में जमकर बवाल हो रहा है. लेफ्ट समर्थक केरल के सीएम ओमेन चांडी के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान प्रदर्शनकारी हिंसक भी हो गए.
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काबू करने के लिए लाठी चार्ज किया. झड़प में कई लोग जख्मी हो गए.
मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने रिश्वत लेने के आरोपों को राजनीतिक साजिश करार देते हुए कहा कि उन्हें बदनाम किया जा रहा है. चांडी ने कहा कि शराब लॉबी की मिलीभगत उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के पास बात के पुख्ता सबूत हैं कि सरिता ने जो आरोप लगाए हैं वे इसी साजिश का हिस्सा हैं.
केरल में सोलर पावर घोटाले की मुख्य आरोपी सरिता एस नायर ने राज्य के मुख्यमंत्री ओमान चांडी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सरिता ने जांच आयोग से कहा कि मुख्यमंत्री को उसने 1 करोड़ 90 लाख रुपये रिश्वत दी है. सरिता ने राज्य के उर्जा मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अर्यादन मोहम्मद को भी 40 लाख रुपये रिश्वत देने का आरोप लगाया है.
लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने से मना किया
बता दें कि इस मामले में मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने न्यायिक आयोग के सामने लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने से मना कर दिया था. जिसके बाद सरिता ने चांडी पर घूस लेने का आरोप लगाया है.
गौरतलब है कि सरिता नायर अपने लिव इन पार्टनर बिजु राधाकृष्णन के साथ साल 2011 से सोलर एनर्जी से जुड़ी एक निजी कंपनी चला रही है. इन दोनों पर आरोप है कि इन्होंने सोलर पावर प्रोजेक्ट के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की. अपनी पत्नी की हत्या के इल्जाम में उम्रकैद की सजा काट रहे राधाकृष्णन ने सीएम चांडी को 5.5 लाख रुपये रिश्वत देने का आरोप लगाया था.
'सोलर पावर प्रोजेक्ट की शुरु करना चाहती थी'
सरिता ने बुधवार को जांच आयोग के सामने कहा था कि साल 2011 में कंपनी बनाने के बाद वह राधाकृष्णन के साथ राज्य में बड़े सोलर पावर प्रोजेक्ट की शुरुआत करना चाहती थी. इसके साथ ही वे लोग कुछ सरकारी प्रोजेक्ट हासिल करने के लिए सरकार से कुछ रिहायत चाहते थे.
'CM के निजी सहायक को दिए थे रुपये'
सरिता ने यह भी आरोप लगाया कि सीएम चांडी के निजी सहायक जिक्कुमॉन जैकब उनके संपर्क में थे और उन्होंने मुख्यमंत्री की तरफ से 7 करोड़ रुपये रिश्वत की मांग की थी. सरिता के मुताबिक, उसने 27 दिसंबर 2012 को दिल्ली में सीएम चांडी की ओर से भेजे गए एक शख्स को एक करोड़ 10 लाख रुपये दिए थे. इसके बाद उसने मई 2013 में 80 लाख रुपये रिश्वत की दूसरी खेप के तौर पर जैकब के तिरुवंतपुरम स्थित घर में पहुंचाई थी.
'मंत्री को भी दी रिश्वत'
सरिता ने यह भी दावा किया कि अर्यादन मोहम्मद के निजी सहायक केशवन ने सरकारी मदद की एवज में दो करोड़ रुपये रिश्वत मांगी थी, लेकिन उन्होंने 2013 में उसे दो बार उसके आधिकारिक निवास पर कुल 40 लाख रुपये रिश्वत के तौर पर दिए.