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दिल्ली: महिला आयोग ने घरेलू हिंसा की शिकार नाबालिग बच्ची को छुड़ाया

बताया गया कि पिछले 6 महीने से 11 साल की बच्ची से घर का सारा काम करवा रहे थे. साथ ही उसे पीटा भी जाता था. एक महिला की शिकायत पर महिला आयोग ने बच्ची को छुड़ाया.

स्वाति मालीवाल (फाइल फोटो) स्वाति मालीवाल (फाइल फोटो)
राम कृष्ण
  • नई दिल्ली,
  • 15 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 9:58 AM IST

दिल्ली महिला आयोग ने बिहार की एक नाबालिग लड़की को दिल्ली के द्वारका मोड़ स्थित एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के घर से छुड़ाया है. लड़की से घरेलू नौकरानी के रूप में काम करवाया जाता था.

दरअसल, दिल्ली महिला आयोग की 181 महिला हेल्पलाइन पर एक महिला ने शिकायत दर्ज करवाई कि उसके पड़ोस से रोजाना किसी बच्ची के चीखने की आवाज आती है, एक दिन वह किसी तरह उस बच्ची से बात करने में सफल हुई. बच्ची ने उसे बताया कि उससे उस घर में जबर्दस्ती घरेलू काम करवाया जाता है और रोज उसे पीटा जाता है. शिकायत मिलने पर दिल्ली महिला आयोग ने तुरंत एक टीम बनाई और उसको द्वारका मोड़ स्थित दिए गए पते पर भेजा.

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वहां पहुंच कर आयोग की टीम ने बच्ची से बात की. उसकी उम्र केवल 10-11 साल है, और वह यहां पिछले 5-6 महीने से काम कर रही थी. बच्ची ने बताया कि उसकी मालिकन रोज उसे पीटती थी और घर का सारा काम उससे करवाती थी. उससे ने यह भी बताया कि उसे ना तो उसके माता पिता से बात करने दी जाती थी और ना ही उसे ठीक से खाना दिया जाता था.

अपनी बात बताते हुए बच्ची रोने लगी और उसे वहां से ले जाने की बात कही. महिला आयोग की टीम ने बच्ची को ले जाने की कोशिश की तो उसके मालिक ने हंगामा करना शुरू कर दिया. आयोग की टीम ने फिर दिल्ली पुलिस को सूचना दी और पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस की मदद से बच्ची को वहां से छुड़ाया गया.

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बच्ची को वहां से उत्तम नगर पुलिस थाने लाया गया जहां बच्ची के बयान के आधार पर जेजे एक्ट के अंतर्गत मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. बच्ची को चिकित्सीय परीक्षण के लिए अस्पताल ले जाया गया. बच्ची को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया जहां से उसको शेल्टर होम भेज दिया गया है.   

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, 'नाबालिग बच्चियों के साथ उत्पीड़न के बढ़ते मामलों को देख कर मुझे बहुत चिंता होती है. मुझे यह समझ नहीं आता कि कैसे इतने पढ़े लिखे और अच्छे परिवारों के लोग गरीब बच्चों के साथ इतना बुरा व्यवहार करते हैं. क्या उनके अंदर इंसानियत बिलकुल नहीं है? मैं सभी लागों से अपील करती हूं कि अगर उन्हें अपने आसपास कुछ भी गलत घटित होता हुए दिखे तो तुरंत हमें सूचना दें ताकि हम कार्रवाई कर सकें.'

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