
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए करीब एक साल पहले 9 गोलियां लगने से बुरी तरह जख्मी हुए सीआरपीएफ कमांडेंट चेतन चीता ड्यूटी पर वापस लौट आए हैं. चेतन चीता सीआरपीएफ के 79 वें स्थापना दिवस के मौके पर परेड में शामिल हुए.
बता दें कि चेतन चीता का वापस ड्यूटी पर ऐक्टिव होना किसी चमत्कार से कम नहीं है. जम्मू- कश्मीर में आतंकियों के साथ एनकाउंटर में उन्हें 9 गोलियां लगी थीं.
गृह मंत्री राजनाथ ने चेतन चीता की तारीफ
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सीआरपीएफ के स्थापना दिवस के मौके पर चेतन चीता की जमकर सराहना की. उन्होंने कहा, 'चेतन चीता को परेड में देखकर बहुत खुशी हुई है. उन्होंने कहा कि 9 गोलियां शरीर में लगने के बाद भी कोई आदमी जिंदा है और अपना कर्तव्य का पालन करता है तो मुझे लगता है कि पूरे देश को ऐसे व्यक्ति की स्वाभाविक रूप से तारीफ करनी चाहिए. चेतन चीता को इस तरीके से देखकर हमें बहुत खुशी हुई है.'
पूरी तरह से फिट हूं- चेतन चीता
चेतन चीता ने 'आजतक' से बातचीत में कहा, 'मैं पूरी तरीके से फिट हूं और विश्व में कहीं भी तैनात होने के लिए तैयार हूं. उन्होंने कश्मीर पर बात करते हुए कहा कि मैं नहीं पूरी सीआरपीएफ किसी भी आतंकी खतरे को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है. हमारी ट्रेनिंग ही कुछ इसी तरीके की है, जिसमें हमारे सामने कोई भी आतंकी टिक नहीं सकता है.'
दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार चेतन चीता
चेतन चीता ने कहा, 'कश्मीर में जो समस्या है, वह बड़ी ही उलझी हुई है. उसको सुलझाने के लिए आर्मी हल नहीं है बल्कि, कश्मीर की समस्या को राजनीतिक रूप से सुलझाया जा सकता है. मैंने अपने सीनियर अधिकारियों से कई बार कहा है कि मैं हेड ऑफिस में नहीं फील्ड में काम करने वाला व्यक्ति हूं. इसलिए मुझे फील्ड में भेजा जाए और इसके लिए मैं 24 घंटे तैयार रहता हूं. चाहे कश्मीर में मुझे भेजा जाए या नक्सल इलाके में सभी जगहों पर मैं दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देता रहूंगा.'
बहादुरी के प्रतीक हैं चेतन चीता
सीआरपीएफ के डीजी आरआर भटनागर ने भी चेतन चीता की तारीफ की. उन्होंने कहा, 'हम अपने सभी अधिकारियों और वीर जवानों को सीआरपीएफ के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में बहुत- बहुत बधाइयां देते हैं. हमारे पास तो चेतन चीता जैसे जांबाज भी हैं. चेतन चीता हमारे लिए एक बहादुरी का, इच्छाशक्ति का, दृढ़ता के प्रतीक हैं. वो सेवा के प्रति समर्पित एक अधिकारी हैं. हमें चेतन चीता पर नाज है.'