
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सी-टेट) तमिल सहित 20 भाषाओं में आयोजित होगी. प्रकाश जावड़ेकर ने एक ट्वीट में कहा कि 'सी-टेट परीक्षा जैसे पहले आयोजित होती थी, उसी प्रकार सभी भारतीय भाषाओं में आयोजित होगी. मैंने पहले ही सीबीएसई को सभी 20 भाषाओं में परीक्षा का आयोजन करने का निर्देश दिया है.
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, "सी-टेट परीक्षा अंग्रेजी, हिंदी, असमी, बांग्ला, गारो, गुजराती, कन्नड़, खासी, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, मिजो, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, तमिल, तेलुगू, तिब्बती और उर्दू में आयोजित होगी.
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वहीं डीएमके नेता कनिमोझी ने ट्विटर पर ही कई अन्य भाषाओं समेत तमिल को इस परीक्षा के आयोजन से हटाने के सीबीएसई के फैसले की निंदा की थी.
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उन्होंने कहा, 'सी-टेट से तमिल सहित 16 अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को हटाने का फैसला निंदनीय और संघीय व्यवस्था की बुनियाद पर हमला है. तमिल मातृभाषा वाले सीबीएसई के विद्यार्थियों को शिक्षक के बिना बड़ी असुविधा होगी.'
उन्होंने ये भी कहा कि विद्यार्थियों को मातृभाषा के बदले हिंदी और संस्कृत पढ़ने को बाध्य किया जा रहा है. इससे देशभर में एक और भाषाई संघर्ष पैदा होगा. यह बीजेपी की हिंदी-हिंदू-हिंदुस्तान बनाने की दूसरी कोशिश है.'
सी-टेट में पास करने वाले शिक्षक ही केंद्र सरकार के स्कूलों (केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, केंद्रीय तिब्बती स्कूल व अन्य) और केंद्रशासित प्रदेशों की सरकार द्वारा संचालित स्कूलों में नियुक्ति के लिए योग्य होते हैं.