
उत्तर प्रदेश में अब साइबर क्राइम को रोकने के लिए साइबर लैब की स्थापना के साथ साथ साइबर थाने भी खोले जाएंगे. जिसकी शुरूआत राजधानी लखनऊ और नोएडा से होगी.
प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने बताया कि साइबर क्राइम को रोकने के लिए साइबर लैब की स्थापना के साथ-साथ लखनऊ और नोएडा में साइबर थानों की स्थापना कराई जाए. रंजन ने गृह विभाग के कार्यो की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए हैं.
मुख्य सचिव ने कहा कि महिलाओं की शिकायतों को दर्ज कराने में उनकी सहायता के लिए सभी थानों में कम से कम दो महिला कांस्टेबल जरूर तैनात की जाएं. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी थानों के कार्यो की निगरानी के लिए सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाने काम प्राथमिकता से कराया जाए.
रंजन ने कहा कि इस बात की भी कोशिश की जाए कि प्रदेश के कम से कम 272 थानों में पहले चरण में सी.सी.टी.वी कैमरे जल्द स्थापित हो जाएं. उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों को आम नागरिकों के साथ अच्छा व्यवहार करने के लिए प्रशिक्षण भी दिलाया जाए.
आलोक रंजन ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि लम्बित विवेचनाओं का निस्तारण समयबद्ध और गुणवत्ता के साथ करें. इसके लिए अभियान चलाकर निस्तारण की कार्यवाही पारदर्शिता के साथ कराई जाए.
उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिक घटनाओं के मामलों में तत्काल प्रभावी नियंत्रण का काम किया जाए. दर्ज एफआईआर की विवेचना कर दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये, ताकि साम्प्रदायिक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके.