
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए कई देशों में लॉकडाउन अभी भी जारी है. सभी देशों की अर्थव्यवस्था पर इसका बुरा असर भी पड़ रहा है, जिसे अब धीरे-धीरे पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही है. इसी कड़ी में कई देशों में जहां धीरे-धीरे लॉकडाउन हटाया जा रहा है, वहां टूरिस्ट को लुभाने के लिए विशेष ऑफर की पेशकश की जा रही है.
यूरोपियन देश साइप्रस ने इसकी शुरुआत भी कर दी है. टूरिज्म सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए साइप्रस ने सैलानियों के लिए विशेष ऑफर देना शुरू कर दिया है. सरकार का कहना है कि अगर उसके देश में कोई टूरिस्ट कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसका सारा खर्च सरकार ही उठाएगी.
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इस दौरान कोरोना मरीज के आने-जाने का किराया, होटल में रहने का बिल और दवा समेत खाने-पीने की सुविधा का जिम्मा उठाया जाएगा. साइप्रस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वे चाहते हैं कि उनके देश में पर्यटक सुरक्षित महसूस करें और महामारी से घबराएं नहीं. एक रिपोर्ट के मुताबिक साइप्रस की कुल अर्थव्यवस्था का 15 फीसदी हिस्सा टूरिज्म सेक्टर से ही आता है.
एक हालिया रिपोर्ट में साइप्रस सरकार ने दावा किया था कि उनके देश में कोरोना वायरस का अभी तक एक भी नया केस सामने नहीं आया है. इससे पहले देश में 1,000 से भी कम कोरोना पॉजिटिव लोग थे जिनमें से 17 लोगों की मौत हुई थी. साइप्रस के बाद कई देशों में टूरिज्म से धीरे-धीरे पाबंदियां हटाने का विचार किया जा रहा है.