
तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने सोमवार को कहा कि भारत और चीन एक-दूसरे को नहीं हरा सकते. दोनों देश पड़ोसी के रूप में रहेंगे. उन्होंने जोर देते हुए कहा, "हिंदी-चीनी भाई भाई" की भावना आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है. वर्तमान सीमा की स्थिति में, न तो भारत और न ही चीन दूसरे को पराजित कर सकते हैं. दोनों देश सैन्य रूप से शक्तिशाली हैं.
साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों तरफ से फायरिंग की घटनाएं हो सकती हैं, लेकिन इससे फर्क नहीं पड़ता. दोनों को अच्छे पड़ोसी बनकर रहना होगा.'
बता दें कि सिक्कम सेक्टर के डोकलाम इलाके में करीब 2 महीने से भारत और चीन के बीच सीमा विवाद चल रहा है.
दलाई लामा ने कहा, 'तिब्बत की शांति के लिए तिब्बत की स्थानीय सरकार और चीन की पीपुल्स रिपब्लिक के बीच साथ 17 प्वाइंट का एग्रीमेंट हुआ था. आज चीन बदल रहा है और बौद्ध धर्म को मानने वाला सबसे बड़ा देश बनकर उभरा है. उन्होंने कहा कि वहां कम्युनिस्ट सरकार है, लेकिन बौद्ध धर्म को आगे बढ़कर स्वीकार किया. उन्होंने बताया, 'पहले मैं तिब्बत में धार्मिक और राजनीतिक मूवमेंट के मुखिया होते थे, लेकिन 2011 में मैंने खुद को राजनीति से अलग कर लिया.' यह संस्थानों के लोकतांत्रिक होने का एक तरीका था, क्योंकि इसमें कुछ सामंतवादी तत्व शामिल थे.
भारत चीन में बौद्ध धर्म के लोगों के लिए तीर्थयात्राएं शुरू की जाए
उन्होंने सुझाव दिया, 'भारत चीन में बौद्ध धर्म के लोगों के लिए तीर्थयात्राएं शुरू की जाए.' हमें यह भी समझना चाहिए कि वहां बौद्ध धर्म को मानने वाले असल में भारतीय बौद्ध धर्म की लाइन पर चल रहे हैं. जो नालंदा और संस्कृत से निकला हुआ है. भारत को बौद्ध धर्म का पालन करने वाले चीनी लोगों के लिए तीर्थयात्रा का विकास करना चाहिए . वहां से लोग बोध गया आएंगे और इस तरह भारत के साथ इमोश्नल रिश्ते कायम होंगे.
भारत के संबंध में सेक्युलेरिज्म की परिभाषा
भारत में सेक्युलेरिज्म पर दलाई ने कहा, ''सभी धर्म को मानने वाले और नहीं मानने वालों का भी सम्मान करो. भारत के संबंध में यही सेक्युलेरिज्म की परिभाषा है. एक बार भारत के कम्युनिस्ट लीडर ने मुझसे कहा था- ''कम्युनिस्ट होने के नाते मैं भगवान को नहीं मानता हूं, लेकिन जिन लोगों के लिए काम करता हूं वो ईश्वर में भरोसा रखते हैं. ''