
यूपी के कानपुर में पुलिस हिरासत में एक दलित युवक की संदिग्ध मौत के बाद एक महिला ने आरोप लगाया है कि उसके पति की भी हिरासत में हत्या की गई है. इन दोनों दलित युवकों को पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाया था. इसके बाद में एक की लाश मिली, जबकि दूसरे का कोई पता नहीं चल रहा. उसी शख्स की पत्नी का आरोप है कि उसका पति भी पुलिस टॉर्चर का शिकार हो गया है. इस मामले में 2 दारोगा सहित 12 पुलिसवाले सस्पेंड हैं, लेकिन लोगों का गुस्सा 2 दिन से थम नहीं रहा है.
जानकारी के मुताबिक, हिरासत में दलित युवक की मौत के बाद कानपुर पुलिस के खिलाफ लोग 2 दिन से गुस्से से भरे हैं. सीता नाम की एक दलित महिला का इल्जाम है कि उसके पति राजू को पुलिस ने चौकी ले जाकर इतना टार्चर किया कि उसने दम तोड़ दिया, जबकि पुलिस उसे लापता बताकर अपहरण का केस दर्ज कर चुकी है. उसकी तलाश में जुट गई है. लेकिन पुलिस पर इल्ज़ाम बेहद संगीन हैं, क्योंकि राजू के साथ ही उसके दोस्त कमल को भी कानपुर पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाया था.
इसके कुछ देर बाद चकेरी थाना के अहिरवा चौकी में उसकी लाश मिली थी. कमल की मौत को उसके परिवारवालों ने हत्या बताया, जबकि पुलिस उसे खुदकुशी करार दे रही है. पुलिस कस्टडी में एक दलित की मौत और दूसरे के गुमशुदा होने पर इलाके के लोगों ने कल से हंगामा कर रखा है. आलाधिकारियों ने अहिरवा चौकी के 2 दारोगा समेत 12 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया है. परिजनों की तहरीर पर सभी आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ हत्या और एससी-एसटी का केस दर्ज करे जांच की जा रही है.
बताते चलें कि कमल बाल्मीकि और राजू को 15 दिन पहले एक व्यापारी से बीस लाख रुपये की लूट के सिलसिले में पूछताछ के लिए पुलिस उठा ले गई थी. हालांकि दोनों ने वारदात में शामिल होने से इनकार किया था, लेकिन करीब 6 घंटे बाद कमल की संदिग्ध हालात में पुलिस चौकी में मौत हो गई, जबकि राजू का कोई अता-पता नहीं है. राजू का पत्नी का दावा है कि उसने अपने पति की लाश देखी है, जिसे पुलिसवाले ले जा रहे थे. इस पूरे मामले में बीजेपी ने सूबे की सरकार पर निशाना साधा है.