
नवरात का त्योहार भक्ति और श्रद्धा का त्योहार है. देश की राजधानी दिल्ली में भी चारों ओर नवरात्रि की धूम है. पूरा शहर दुर्गाभक्ति में लीन है. हर गली, हर मोहल्ला रंग-बिरंगे पंडालों से जगमगा रहा है. एक तरफ भक्ति की शक्ति है, तो दूसरी तरफ डांडिया रास की मस्ती है. दुर्गा पूजा पर डांडिया का खास महत्व होता है.
डांडिया से प्रसन्न होती हैं मां दुर्गा
ऐसा माना जाता है की गरबा और डांडिया जैसे लोकनृत्य से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं. यूं तो डांडिया और गरबा रास गुजरात में ज्यादा लोकप्रिय है, लेकिन देश का मिनी इंडिया कहे जाने वाली दिल्ली में भी गुजराती समाज की संस्कृति की झलक साफ देखी जा सकती है. शायद यही वजह है की दिल्ली वालों में भी इसका खासा क्रेज देखा जा रहा है.
डांडिया नाइट्स में युवाओं की मस्ती
खासतौर पर दिल्ली की लड़कियों पर डांडिया का रंग साफ देखा जा सकता है. चाणक्यपुरी में आयोजित एक डांडिया नाइट्स में युवाओं ने जम कर हिस्सा लिया. अपने दोस्तों के साथ डांडिया करने आई दिव्या ने बताया, 'मैं पूरे साल नावरात का इंतजार करती हूं क्योंकि मुझे दुर्गा पूजा पर डांडिया और गरबा करना बहुत पसंद है, जिसकी तैयारी मैं कई दिन पहले से ही शुरू कर देती हूं.'
भारतीय संस्कृति और आधुनिकता का संगम
वैसे तो डांडिया और गरबा करने की पारंपरिक ड्रेस होती है, लेकिन दिल्ली की लड़कियों के लिबास में भारतीय संस्कृति और आधुनिकता का मिला-जुला संगम देखने को मिला. डांडिया के लिए विशेष तौर पर तैयार हुई शिवानी ने बताया, 'आज मुझे तैयार होने में 45 मिनट लगे, हर साल मैं कुछ अलग पहने की कोशिश करती हूं, इस बार मैंने फ्यूजन ड्रेस पहनी है, लॉन्ग स्कर्ट के साथ ये ट्रेडिशनल दुपट्टा और झुमके मेरे लुक को खास और स्टाइलिश बना रहे हैं.' वाकई दिल्ली वालों पर डांडिया का जोश सिर चढ़ कर बोल रहा है.