
बिहार के मेडिकल कॉलेजों में रैगिंग का मामला रुक नहीं रहा है. भागलपुर मेडिकल कॉलेज के बाद अब दरभंगा मेडिकल कॉलेज में रैंगिग का मामला सामने आया है. पीड़ित छात्रा ने रैगिंग की शिकायत कॉलेज प्रशासन से न कर सीधे एमसीआई को अपनी शिकायत भेजी. इसके बाद MCI के आदेश पर कॉलेज प्रशासन ने संबंध हॉस्टल की सभी छात्राओं पर सामूहिक जुर्माना लगा दिया.
कॉलेज प्रशासन ने पीड़िता छात्रा का नाम सुरक्षा कारणों से सार्वजनिक नहीं किया, ताकि शिकायत के बाद पीड़ित छात्रा को किसी और मुसीबत का सामना न करना पड़े.
पीड़ित छात्रा के सामने न आने से आरोपी छात्राओं की पहचान नहीं हो सकी, जिसके चलते हॉस्टल की सभी 61 छात्राओं पर 25-25 हजार रुपये का सामूहिक जुर्माना लगाया गया है. जुर्माना नहीं देने वाली छात्राओं को 6 महीने तक क्लास से निलंबित करने का आदेश भी कॉलेज प्रशासन ने दिया है.
सीधे मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से की शिकायत
रैगिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट के सख्त गाइड लाइन के बावजूद उच्च शिक्षण संस्थानों में गुपचुप तरीके से रैगिंग जारी है. कई बार सीनियर विद्यार्थियों के डर के कारण तो कभी संस्थान के दबाव के चलते मामला रफा दफा हो जाता है. शायद यही वजह है की दरभंगा मेडिकल कॉलेज की प्रथम वर्ष में पढ़ने वाली छात्रा ने अपने साथ हो रही रैगिंग की शिकायत कॉलेज के प्राचार्य से न कर सीधे MCI (मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) से की. जिसके बाद MCI ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को दोषी छात्राओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया.
पीड़ित छात्रा ने MCI को लिखे शिकायती-पत्र में अपने साथ महिला छात्रावास की सीनियर छात्राओं द्वारा मारपीट, गाली गलौज के साथ देर रात तक बिना वजह गलत काम करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था. पीड़ित छात्रा ने अपने शिकायती पत्र में कहा है कि लगातार हो रही रैगिंग की वजह से वह मानसिक तनाव में रहती है और डर के कारण ठीक से पढ़ाई नहीं कर पाती.
सीनियर छात्राओं ने किया आरोप से इनकार
MCI के आदेश पर कॉलेज प्रशासन की एंटी रैगिंग टीम ने छात्रा की शिकायत की जांच की, लेकिन हॉस्टल की सभी सीनियर छात्राओं ने रैगिंग में शामिल होने से इनकार कर दिया. आरोपी छात्राओं की पहचान न हो पान के चलते कॉलेज प्रशासन ने हॉस्टल की सभी छात्राओं पर 25-25 हजार रुपये का सामूहिक जुर्माना लगाते हुए 25 नवंबर तक जुर्माने की रकम जमा करने का आदेश दिया है. साथ ही समय पर जुर्माने की रकम नहीं देने वाली छात्राओं को छह महीने तक क्लास से बाहर करने का आदेश भी जारी किया गया है. सभी सीनियर छात्राओं को यह हिदायत भी दी गई है कि अगर जल्द ही दोषी छात्राओं की पहचान कर सामने नहीं लाया गया तो सभी के खिलाफ और सख्त कदम उठाए जाएंगे.
हालांकि अब तक मामले में किसी के खिलाफ पुलिस में शिकायत नहीं की गई है. कॉलेज प्रशासन के अनुरोध पर वहीं पुलिस ने कॉलेज परिसर में निगरानी तेज कर दी है. कॉलेज परिसर में पुलिस कर्मियों की तैनाती भी बढ़ा दी गई है. हालांकि पुलिस ने इसे रूटीन वर्क बताया है. उल्लेखनीय है कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज में इससे पहले भी रैगिंग के मामले सामने आ चुके हैं.