Advertisement

योग पर मोदी सरकार को मिला दारुल उलूम का समर्थन, कहा- इसे धर्म से जोड़ना गलत

PM नरेंद्र मोदी के 'मिशन योग' को देवबंद के दारुल उलूम का समर्थन मिल गया है. दारुल उलूम ने बयान जारी कर कहा है कि योग के खिलाफ फतवे की जरूरत नहीं है, यह एक एक्सरसाइज है.

मध्यप्रदेश में सूर्य नमस्कार करते स्कूली बच्चे (फाइल फोटो) मध्यप्रदेश में सूर्य नमस्कार करते स्कूली बच्चे (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 11 जून 2015,
  • अपडेटेड 4:43 AM IST

PM नरेंद्र मोदी के 'मिशन योग' को देवबंद के दारुल उलूम का समर्थन मिल गया है. दारुल उलूम ने बयान जारी कर कहा है कि योग के खिलाफ फतवे की जरूरत नहीं है, यह एक एक्सरसाइज है.

दिल्ली में गुरुवार को मुस्लिम उलेमा ने आयुष मंत्री श्रीपद नायक से मुलाकात की और कहा कि जो लोग योग का विरोध कर रहे हैं, वे या तो सियासत कर रहे हैं या फिर मानवता के दुश्मन हैं.

Advertisement

आजम ने भी माना, सेहत से जुड़ा है योग
उधर, समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने भी कहा कि योग सेहत से जुड़ा हुआ मसला है. लेकिन उन्होंने बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ के सूर्य नमस्कार वाले बयान पर आपत्ति जताई. उन्होंने भले ही योग को व्यायाम बताया, लेकिन योगी आदित्यनाथ पर उनके तेवर तल्ख थे.

आजम खान ने कहा, 'जो चीजें धर्म से जुड़ी हैं, हमारा उस पर ऐतराज नहीं है. किसी भी धर्म को दूसरे धर्म पर थोपा नहीं जा सकता...ये एक फिजिकल एक्सरसाइज है, जिसे लोग करना चाहते हैं, तो करें. मैं कोई यह थोड़े ही कह रहा हूं कि योगी आदित्यनाथ से कि वे नमाज पढ़ना शुरू कर दें.'

'मुस्लिम श्लोक की जगह अल्लाह का नाम ले सकते हैं'
योग के आधिकारिक कार्यक्रम से 'सूर्य नमस्कार' को हटाने के बाद केंद्र सरकार ने गुरुवार को मुस्लिमों से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन में शामिल होने की अपील करते हुए कहा कि इस मौके पर श्लोक पढ़ना जरूरी नहीं है.

Advertisement

राजपथ पर 21 जून को आयोजित समारोह के लिए समन्वय का काम कर रहे आयुष मंत्रालय के मंत्री श्रीपद नाइक ने कहा कि मुसलमान आयोजन के दौरान श्लोक पढ़ने की जगह अल्लाह का नाम ले सकते हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement