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मैनपुरी में पिछले दिनों बेमौसम बारिश और आंधी से तबाह हुई फसलों के मुआवजे का चेक लेखपाल सही किसानों को भले ही नहीं दे पा रहे हों, लेकिन मुर्दों के नाम से चेक जरूर काट रहे हैं.
सही किसानों के त्रुटिपूर्ण चेक काटने के बाद सुधार के नाम पर लेखपाल अवैध वसूली करने में जुटे हुए हैं. मुर्दे के नाम चेक काटने लेखपाल के खिलाफ डीएम ने एसडीएम को जांच सौंपी है. वहीं, किसानों का उत्पीड़न करने वाले दो लेखपालों को डीएम ने सस्पेंड किया है.
मामला मैनपुरी सदर तहसील इलाके के रतवा गांव से जुड़ा है. यहां के रहने वाले किसान उमाशंकर की वर्ष 2011 में मृत्यु हो चुकी है, मृत्यु के बाद उनकी जगह खतौनी में लड़कों के नाम वारिस के तौर पर दर्ज भी हो गए, लेकिन क्षेत्रीय लेखपाल किशोरीलाल शर्मा ने बिना सर्वे किए मृतक किसान उमाशंकर के नाम चेक काट दिया. जब चेक वितरित करने के लिए लेखपाल मृतक उमाशंकर के घर पहुंचा तब उसे पता चला कि उमाशंकर की चार साल पहले मौत हो चुकी है, तब उसने कटा हुआ चेक वापस ले लिया.
लेखपालों द्वारा किसानों के प्रति बरती गई लापरवाही साफ बयां हो रही है. लेखपाल किसानों को परेशान और उत्पीड़न करने में जुटे हुए हैं, लेखपालों द्वारा त्रुटिपूर्ण चेक काटकर किसानों को दिए जा रहे हैं. उसके बाद सुधार के नाम पर उनसे अवैध वसूली की जा रही है, जिससे किसान खासे परेशान हैं. हालांकि डीएम ने मृतक किसान के नाम चेक काटने वाले लेखपाल किशोरीलाल शर्मा के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है.
इसके अलावा किसानों का उत्पीड़न करने वाले दो लेखपालों भोगांव तहसील के लेखपाल सुखराम व मैनपुरी सदर तहसील के लेखपाल दयाराम शाक्य को निलंबित कर दिया है.
पीड़ित किसान प्रवीण कुमार ने बताया कि पहले मेरे पिता के नाम जमीन थी. उनकी वर्ष 2011 में मौत हो चुकी है, उसकी फौती भी हो चुकी थी, लेकिन लेखपाल ने मृतक पिता के नाम से चेक काट दिया. एक अन्य पीड़ित किसान सुधीर कुमार ने बताया, 'मेरे चेक में लेखपाल ने सुधीर कुमार की जगह सुधीर सिंह लिख दिया है, सुधार के लिए लेखपाल पांच सौ रुपया मांग रहा है. 1500 रुपये का चेक मिला था.'
मैनपुरी के जिलाधिकारी चन्द्रपाल सिंह ने बताया कि लेखपाल किशोरीलाल शर्मा ने मृतक किसान के नाम चेक बना दिया है, मामले जांच एसडीएम से कराई जाएगी. अगर सच्चाई पाई गई तो आरोपी लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. किसानों का शोषण करने वाले किसानों को छोड़ा नहीं जाएगा. शोषण करने वाले दो लेखपालों मैनपुरी सदर तहसील के दयाराम शाक्य व भोगांव तहसील के लेखपाल सुखराम को निलंबित किया गया है.