
दिल्ली में बढ़ा हुआ प्रदूषण अब पूरे विश्व के लिए डर का माहौल तैयार कर रहा है. दिल्ली के डरावने प्रदूषण से विश्व के करीब 150 देश डरे हुए हैं. इसी के मद्देनजर डीन ऑफ डिप्लोमेटिक कॉर्प के अध्यक्ष फ्रैंक हेन्स ने भारत सरकार के विदेश मंत्रालय में अपनी चिंता जताई है.
भारत की राजधानी दिल्ली में रह रहे करीब 150 राजदू त दिल्ली के भयावह प्रदूषण से डरे हुए हैं. भारत के राजदूतों की संस्था डीन ऑफ डिप्लोमेटिक कॉर्प के अध्यक्ष फ्रैंक हैंस ने विदेश मंत्रालय में प्रदूषण के मुद्दे पर भारत सरकार से अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि 150 के करीब देशों के राजदूत उनसे दिल्ली के प्रदूषण पर चिंता जाहिर कर चुके हैं, इसी बाबत वो विदेश मंत्रालय में इस बात को रख रहे हैं.
दिल्ली भारत देश की राजधानी है. ऐसे में अगर देश की राजधानी में प्रदूषण के मद्देनजर डेढ़ सौ देशों की संस्था अपनी चिंता जाहिर करें तो अपने आप में यह देश की प्रतिष्ठा पर बड़े सवाल खड़े करता है. प्रदूषण से डरकर कोस्टारिका के राजदूत बुधवार को भारत छोड़कर जा चुके हैं, वहीं दूसरे कई राजदूत के परिवार वाले बेंगलुरु या जयपुर जैसे शहरों में थोड़े दिन रहने के लिए चले गए हैं. ऐसे में जिम्मेदारी दिल्ली और केंद्र दोनों सरकार की बनती है क्योंकि सवाल भी इन्हीं दोनों सरकारों पर उठने लाजिमी हैं.
वहीं दूसरी तरफ बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने केंद्र सरकार की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए सिर्फ यह जवाब दिया कि प्रदूषण चिंता का विषय है. इसलिए हम सुप्रीम कोर्ट जा रहे है, तो वहीं आम आदमी पार्टी नेता दिलीप पांडे ने केंद्र पर व्यंग्य कसते हुए कहा कि अब देश के सारे राजदूतों को मोदी जी के बसाए क्यूटो में बस जाना चाहिए.