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पाकिस्तान की ओर से बॉर्डर पर लगातार सीज़फायर उल्लंघन हो रहा है. पाकिस्तानी गोलीबारी में कैप्टन कपिल कुंडू समेत चार जवान शहीद हो गए, जिसको लेकर पूरा देश गुस्से में है. लोग सरकार से पाकिस्तान को कड़ा जवाब देने की बात कर रहे हैं. लेकिन इसी बीच सरकार ने उस मांग को ठुकरा दिया है जिसमें नई तकनीक के हथियार खरीदने के लिए रक्षा बजट को बढ़ाने की मांग की गई थी. सरकार ने ये जवाब संसद में उस वक्त दिया जिस दौरान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और आर्मी चीफ बिपिन रावत कैप्टन कुंडू को अंतिम विदाई दे रहे थे.
रक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष भामरे ने सोमवार को संसद में कहा कि बजट में कुछ हथियारों की खरीद के लिए 39690.18 करोड़ रुपए के अतिरिक्त बजट की मांग की गई थी, लेकिन इस मांग को सरकार ने निरस्त कर दिया है. 2017-18 के दौरान इस मांग को रखा गया था, लेकिन सरकार ने इसके लिए बजट जारी करने से इनकार किया था.
आपको बता दें कि इस प्रकार की अपील बीते सितंबर माह में सरकार से की गई थी, जिसका मकसद मॉर्डन हथियार खरीदना था. सरकार ने अपील के जवाब में कहा है कि आर्मी के हथियारों को मॉर्डन करने की प्रक्रिया लगातार जारी है. गौरतलब है कि सेना की तीनों कमान को इस दौरान नई तकनीक के हथियारों की जरूरत है. जिनमें सिंगल इंजन फाइटर्स जेट, नेवल हेलिकॉप्टर, सर्विलाइंस और टैंक आदि चीज़ें शामिल हैं.
रक्षा राज्यमंत्री ने सदन को बताया कि 2017-2018 के लिए सरकार की ओर से 69,405 करोड़ रुपए मॉर्डनाइजेशन के लिए जारी किया गया था. जिसमें से 61,002 करोड़ रुपए 31 दिसंबर, 2017 तक खर्च किया जा चुका था. वहीं 2018-19 के लिए सरकार ने इस काम के लिए 99,863.86 करोड़ रुपए जारी किया गया है. वहीं, करीब 1,18,966 करोड़ रुपए जवानों की सैलरी के लिए दिया गया है.
आपको बता दें कि पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी में रविवार को कैप्टन कपिल कुंडू समेत चार जवान शहीद हो गए थे. कैप्टन कपिल कुंडू का अंतिम संस्कार सोमवार देर शाम उनके गांव गुरुग्राम के पटौदी में किया गया. इस दौरान उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए काफी भीड़ उमड़ी थी.