
पूर्व सैनिक के सुसाइड के बाद केंद्र सरकार OROP को बेहतर तरीके से लागू करने पर विचार कर रही है. रक्षा मंत्रालय अब चाहता है कि वन रैंक, वन पेंशन को लागू करने के लिए एक सेंट्रल मेकनिज्म का इस्तेमाल किया जाए ताकि सभी पूर्व सैनिकों को सही से पेंशन मिल सके.
पूर्व सैनिक के सुसाइड के बाद पता चला था कि उसे हर माह तीन हजार रुपये कम मिलते थे. उसे 28 हजार रुपये हर माह मिलने चाहिए थे. पूर्व सैनिक रामकिशन ने 30 साल और 9 महीने तक काम किया था.
अभी OROP ठीक से लागू नहीं होने की वजह से कई दिक्कतें आ रही हैं और बैंक ठीक से पेंशन नहीं दे रहे हैं. अब अधिकारी बैंकों को साफ निर्देश देने पर विचार कर रहे हैं और पूर्व सैनिकों को दिए जाने वाले पेंशन को डबलचेक भी किया जाएगा.
रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया है कि रामकिशन को कम पैसे इसलिए मिल रहे थे क्योंकि बैंक ने ठीक से कैलकुलेट नहीं किया था कि उसे कितना पेंशन मिलना चाहिए.
उधर, गुरुवार को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि अभी एक लाख सैनिकों को OROP का लाभ मिलना बाकी है और इसे 2 महीने में पूरा कर लिया जाएगा.